49000 दुर्घटनाओं में करीब 1000 लोगों ने गवाई जान, आग लगने से हुईं 208 की मौत 

49000 दुर्घटनाओं में करीब 1000 लोगों ने गवाई जान, आग लगने से हुईं 208 की मौत 

Bhaskar Hindi
Update: 2018-08-22 15:19 GMT
49000 दुर्घटनाओं में करीब 1000 लोगों ने गवाई जान, आग लगने से हुईं 208 की मौत 

डिजिटल डेस्क, मुंबई। हादसों का शहर ऐसे ही नहीं कहा जाता। महानगर में पिछले साढ़े पांच सालों में 49 हजार से ज्यादा हादसे हुए हैं और इन आकस्मिक दुर्घटनाओं में करीब एक हजार लोगों की जान गई है जबकि तीन हजार से ज्यादा जख्मी हुए हैं। इस दौरान आग लगने की घटनाओं में 208 लोगों ने जान गंवाई है जबकि एक हजार से ज्यादा जख्मी हुए हैं।

आरटीआई कार्यकर्ता शकील अहमद शेख ने मुंबई महानगर पालिका से महानगर में हुए हादसों और उनमें हताहतों की जानकारी मांगी थी। बृहन्मुंबई महानगर पालिका आपात्कालीन व्यवस्थापन विभाग के सूचना अधिकारी और सहायक अभियंता सुनील जाधव ने जो जानकारी दी उसके मुताबिक जनवरी 2013 से जुलाई 2018 के बीच मुंबई में 49179 आकस्मिक दुर्घटनाएं हुईं। इन हादसों में 987 लोगों की जान गई जबकि 3066 लोग जख्मी हुए।

साल 2017 में सबसे ज्यादा 11524 हादसे हुए जिनमें 226 लोगों ने अपनी जान गंवाई जबकि 526 जख्मी हुए। महानगर में सबसे ज्यादा 328 लोगों ने समुद्र, नाले, कुंए, खाड़ी, मैनहोल में गिरने के चलते जान गंवाईं है इसलिए मुंबई मनपा आयुक्त अजोय मेहता और दमकल विभाग प्रमुख प्रभात रहांडगले को पत्र लिखकर शेख ने ऐसे हादसे रोकने के लिए ठोस कदम उठाने की मांग की है।

ये हैं हादसे 

आकस्मिक दुर्घटनाओं में आग लगना, सार्टसर्किट, पेड़/डाली गिरना, भूस्खलन, घर, दीवार, इमारत गिरना, गैस लीक होना, सड़क पर तेल गिरना, समुद्र, नाले, कुंए, खाड़ी, मैनहोल में गिरने जैसी घटनाओं का समावेश है। 

साल               हादसे             जख्मी       मृत
2013             7229              636        215
2014             7241              490        140
2015             7418             494         147
2016             9037             451         163
2017             11524            526        226
2018(जुलाई)   6730             379         96
 

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