सागौन की चोरी में संदिग्ध भूमिका पर 10 दैनिक वेतन भोगी कर्मचारी बर्खास्त
सतना सागौन की चोरी में संदिग्ध भूमिका पर 10 दैनिक वेतन भोगी कर्मचारी बर्खास्त
डिजिटल डेस्क सतना। मुकुंदपुर वन क्षेत्र में छापामारी के दौरान सागौन की बोगियों और चिरानों का भंडारण पकड़ में आने पर इस मसले पर संदिग्ध भूमिका के चलते डीएफओ विपिन पटेल ने वन विभाग के १० दैनिक वेतन भोगी कर्मचारियों को सेवा से पृथक कर दिया है। शुक्रवार को उन्होंने स्थल निरीक्षण भी किया। बर्खास्त दैनिक वेतन भोगी कर्मचारियों को नोटिस देकर इस आशय के जवाब भी तलब किए गए हैं कि
निगरानी के बाद भी सागौन की अवैध कटाई और परिवहन कैसे किया गया? इसी बीच बर्खास्त कर्मियों ने डीएफओ के खिलाफ लामबंदी शुरु कर दी है।
खेतों पर मिलीं सिल्लियां :-
बताया गया है कि मुकुंदपुर क्षेत्र में शुक्रवार को एक और छापामारी की भनक लगने पर कतिपय ग्रामीणों ने घरों में छिपा कर रखी गईं सागौन की सिल्लियां खेतों में फेंक दीं। वन कर्मियों ने १२ सल्लियां खेतों से बरामद की हैं। उल्लेखनीय है, इससे पहले ६ घरों में छपामार कार्यवाही के दौरान सागौन की १० बोगियां बरामद की गई थीं।
लगभग इतना ही चिरान जब्त किया गया था। इस मामले में सुनील शुक्ला और सीके शुक्ला के विरुद्ध वन वनोपज अधिनियम के तहत मामला दर्ज किया गया है।
अभी चलेगा अभियान :-----
मुकुंदपुर रेंज अफसर नरेन्द्र सिंह ने बताया कि मुखबिरों से मिली सूचना पर ये कार्रवाई की गई है। सूची में कई नामचीनों के नाम भी हैं, जिनके खिलाफ सबूत जुटाए जा रहे हैं। रेंजर के मुताबिक सागौन का घरों में अवैध भंडारण काफी वर्षों से किया जा रहा था लेकिन विभाग को इसकी भनक नहीं लग सकी। उन्होंने बताया कि अभी घर- घर सर्वे चलेगा। इसके लिए व्यापक स्तर पर तैयारियां चल रही हैं। इस छापामार कार्रवाई में मुकुंदपुर,अमरपाटन और मैहर रेंज की आधा वन कर्मचारियों को शामिल किया गया है।