अडानी मामला : मॉनसून सत्र में भी कांग्रेस उठाएगी जेपीसी जांच की मांग, बड़ा निशाना
- ‘हम अडानी के हैं कौन’ सीरीज के 100 सवालों की बुकलेट लॉन्च की
- मॉनसून सत्र में भी कांग्रेस उठाएगी जेपीसी जांच की मांग
- कांग्रेस का बड़ा निशाना
डिजिटल डेस्क, नई दिल्ली। कांग्रेस महासचिव जयराम रमेश ने गुरूवार को अडानी मुद्दे को लेकर ‘हम अडानी के हैं कौन’ सीरीज में 5 फरवरी से पूछे गए 100 सवालों की एक बुकलेट लॉन्च की। इस दौरान उन्होंने आरोप लगाया कि मोदी सरकार ने 2019 में शेयर बाजार में विदेशी निवेशकों की पहचान करने वाले नियमों को हटा दिया। उन्होंने यह भी कहा कि अडानी मामले की संयुक्त संसदीय समिति (जेपीसी) से जांच की मांग पर पार्टी अभी भी कायम है।
जयराम रमेश ने कहा कि संसद के मॉनसून सत्र में हम जेपीसी जांच की मांग फिर से करेंगे। इससे पहले भी पार्टी संसद में जेपीसी जांच की मांग उठाई थी। उन्होंने कहा कि शेयर बाजार में विदेशी निवेशकों के लिए नियम होते हैं। इन नियमों से पता चलता है कि विदेशी निवेशकों के पीछे असली निवेशक कौन है? लेकिन 31 दिसंबर 2018 को इन नियमों को कमजोर किया गया, फिर 21 अगस्त 2019 को नियमों को हटा दिया गया। कांग्रेस नेता ने कहा कि जब नियम हटे तो शेल कंपनियां बनीं, शेयर बाजार में विदेशी निवेशक आए, लेकिन इनके पीछे कौन है, ये पता नहीं चल पाया। नतीजा ये हुआ कि शेल कंपनियों में 20 हजार करोड़ कहां से आए, इसकी जानकारी नहीं है। अब सेबी ने कंसल्टेशन पेपर जारी कर पुराने नियमों को वापस लाने की बात कही है। अडानी मामले में गठित हुई सुप्रीम कोर्ट की कमेटी ने भी कहा कि नियमों के हटने से हमें बहुत नुकसान पहुंचा है।