मंडे पॉजिटिव: तनाव से मुक्ति के लिए वॉटर कलर पेंटिंग अपना रहे युवा, मिल रहा स्वास्थ लाभ
- समय प्रबंधन, कौशल विकास को मिल रहा बढ़ावा
- वॉटर कलर पेंटिंग के अपने लाभ
- तनाव मुक्ति का शानदार साधन
डिजिटल डेस्क, नागपुर. आधुनिक तकनीक के इस युग की भागदौड़ भरी जिंदगी के कारण लोगों में तनाव और चिंता काफी बढ़ रही है। कोविड के बाद लोगों की जिंदगी अधिक तनावपूर्ण हो गई है। आईटी सेक्टर की बात करें, तो बढ़ते काम के प्रेशर और जाॅब की असुरक्षा के चलते आईटी युवा तनाव एवं चिंता से घिरे हुए हैं। ऐसे में तनाव मुक्त जीवन जीने के लिए आईटी युवा "वॉटर कलर लैंडस्केप' पेंटिंग को प्राथमिकता दे रहे हैं। विशेष बात यह है कि इस तनाव भरी जिंदगी में सकारात्मक सोच रखकर जीने के लिए यह कला "मेंटल थेरेपी' के रूप में असरदार हो रही है।
60 प्रतिशत आईटी सेक्टर के शामिल
नागपुर के कलाकार अभिजीत बहादुरे जो कि वॉटर कलर लैंडस्केप पेंटिंग करते हैं और क्लॉसेस भी लेते हैं। उन्होंने अब तक के सर्वेक्षण और प्रतिक्रियाओं के आधार पर यह जानकारी दी है। बहादुरे ने 2018 से अब तक करीब 600 से 650 लोगों को वॉटर कलर पेंटिंग सिखाई है। इस पेंटिंग को सीखने में बंगलुरु, मुंबई, दिल्ली, नोएडा, चेन्नई, पुणे के कला प्रेमियों की सबसे ज्यादा संख्या है। इसमें बैंकर, आईटी, इंजीनियर, डॉक्टर, बिजनेस मैन, शौकिया कलाकार शामिल हैं। कला छात्रों में सबसे ज्यादा आईटी सेक्टर के लोगों की संख्या है, जिसमें करीब 60 प्रतिशत आईटी सेक्टर की लड़कियां शामिल हैं।
यह कला छात्र अपने व्यस्त कामकाजी जीवन से तनाव दूर करने के लिए कार्यशाला में शामिल होते हैं। कई लोग चिंता और अवसाद से उबरने के लिए इस कला को एक माध्यम के रूप में इस्तेमाल कर रहे हैं। इस कला को सीखने वालों के जीवन में समय प्रबंधन, काैशल विकास को बढ़ावा मिल रहा है। इतना ही नहीं, कला प्रेमियों को स्वरोजगार और आर्थिक लाभ भी मिल रहा है।
कॉर्पोरेट टू कैनवास की यात्रा
अभिजीत बहादुरे की बात करें तो "कॉर्पोरेट टू कैनवास' इस तरह से एक इंजीनियर की यह एक कलात्मक यात्रा है। मैकेनिकल इंजीनियरिंग में पढ़ाई पूरी करने वाले अभिजीत ने इंडस्ट्रियल मार्केटिंग में नौकरी की, लेकिन नौकरी में 8 साल बिताने के बाद अभिजीत ने नौकरी छोड़ दी और कला को अपने पूर्णकालिक करियर के रूप में चुना।
आज देश के ही नहीं, विदेश के कला छात्रों को वो वॉटर कलर लैंडस्केप पेंटिंग सिखा रहे है। प्रोफेशन को छोड़कर अपने पैशन को अपनाना और उसी पैशन को प्रोफेशन बनाने का एक यह उत्तम उदाहरण है।
एक विषय में रुचि जरूरी
अभिजित बहादुरे ने बताया कि आरामदायक नौकरियां, वित्तीय सुरक्षा और सामाजिक दबाव हमें अपने जुनून को पालन करने से रोकता है। आपको जिस भी विषय में जुनून और गहरी रुचि है, चाहे वह संगीत, कला, नृत्य, खेल हो आपको चलते रहना चाहिए और परिस्थितियों या परिवेश के सामने आत्मसमर्पण नहीं करना चाहिए। कम से कम इसे शौक के तौर पर तो करें। कौन जानता है हो सकता है कि आपका शौक एक दिन आपका व्यवसाय बन जाए।