सर्पदंश: खेलते समय पत्थर के नीचे बैठे नाग ने बालिका को डसा
वेंटिलेटर लगने के 12 घंटे बाद बच्ची ने खोली आंखें
डिजिटल डेस्क, नागपुर। महालगांव कापसी में खेलते समय सोनू चव्हाण नामक 8 वर्षीय बालिका को नाग सांप ने डस लिया। बेहोशी की हालत में उसे मेडिकल अस्पताल में भर्ती किया गया। करीब 12 घंटे बाद बालिका को होश आया तो डॉक्टरों, परिजनों और सर्पमित्रों के चेहरे पर मुस्कान लौट आई।
सर्पमित्रों ने घर से पकड़ा सांप : सूत्रों के अनुसार गत 23 दिसंबर को दोपहर करीब 1.45 बजे महालगांव कापसी निवासी सोनू चव्हाण (8) को खेलते समय नाग सांप ने डस लिया। बालिका को सर्पदंश के बाद लगा कि उसके पैर में कुछ चुभ गया है। करीब 40 मिनट के बाद उसे तकलीफ होने लगी। उसने मां को बताया कि उसे किसी ने काट लिया है, तो मां ने यह कहकर शांत कर दिया कि कुछ नहीं होता। भोजन करने के बाद बालिका की आंखें बंद होने लगीं तो मां घबराई और परिजनों को जानकारी दी। तब तक ढाई-तीन घंटे बीत चुके थे। सर्पमित्र नितीश भांदक्कर को फोन कर बालिका की हालत के बारे में मेडिकल अस्पताल से जानकारी दी गई।
मेडिकल अस्पताल के डॉक्टर राजा समझ गए थे कि सर्पदंश का मामला हो सकता है। इसके बाद नितीश भी साहिल शरणागत के साथ मेडिकल अस्पताल पहुंचा और बालिका के सर्पदंश के उपचार की गुजारिश की। मेडिकल के अधीक्षक डाॅ. अविनाश गावंडे को जानकारी दी गई। बालिका बेहोश हो चुकी थी। उसके मुंह से सफेद झाग निकल रहा था और वह झटके मार रही थी। उसे आईसीयू में भर्ती कर वेंटिलेटर लगाया गया। करीब 12 घंटे बाद बालिका को होश आया तो डॉक्टरों, परिजनों और सर्पमित्रों के चेहरे पर मुस्कान लौट आई। सर्पमित्र नितीश और उनके सहयोगी सर्पमित्र जब भी किसी परिवार पर सर्पदंश की मुसीबत आती है, तब वे अपने सारे कामकाज छोड़कर उसकी मदद करने मेडिकल अस्पताल में दौड़ पड़ते हैं। इस साल नितीश और उसके सर्पमित्र तकरीबन 80 लाेगों की जान बचा चुके हैं।