नागपुर: दोनों तरफ से बहता है पानी, फिर भी 13 गांव प्यासे
- सोलापुर के माढ़ा में बसे गांवों की कहानी
- अधिवेशन में दे रहे धरना
डिजिटल डेस्क, नागपुर. सोलापुर के माढा तहसील अंतर्गत आने वाले कुर्डु समेत 13 गांव 25 साल से पानी के लिए तरह रहे हैं, जबकि इन गांवों के दोनों तरफ से 100 किमी तक पानी बह रहा है। बावजूद इसके इन गांवों की पानी समस्या हल नहीं हो रही है। इसे लेकर पानी संघर्ष समिति की ओर से ग्रामपंचायत कुर्डु के सैकड़ों किसान अधिवेशन में धरना प्रदर्शन कर सरकार का ध्यानाकर्षित करने में लगे हैं। हालांकि कई साल से यह प्रयास इन सफल नहीं हो रहा है। ऐसे में क्या इस बार सरकार इनकी सुध लेगी? यह सवाल खुद अनशनकारियों के मन में उठ रहा है। जानकारी के अनुसार माढा में उपसा सिंचन योजना के माध्यम से कई गांव को पानी पहुंचाया है, लेकिन कुर्डु गांव समेत अंबाड, पिंपलकुटी, ठवडस, चौबेपिंपरी, कुर्डुवाडी, बोसरे, वेतडवाडी, वडाचीवा़डी, रंधेवाडी, वडशिंगे आदि 13 गांव के 2 लाख से ज्यादा लोग बूंद-बूंद पानी के लिए तरस रहे हैं। हैरानी की बात यह है कि इन गांवों का पट्टा बीच में बसा है, वही इस पट्टे के दोनों तरफ से उपसा सिंचन योजना के माध्यम से आगे सोलापुर तक लबालब पानी बह रहा है, लेकिन इन गांवों को पानी आपूर्ति नहीं की गई है। परिणामस्वरूप सूखे कुओं से लेकर नाममात्र पानी के बोरवेल से इन्हें काम चलाना पड़ रहा है। इससे खेती को पर्याप्त मात्रा में पानी नहीं मिल पा रहा है, जिसका सीधा असर फसल पर हो रहा है। लोगों पर भूखमरी की नौबत आ रही है। ऐसे में गत पांच साल से वह न्याय की गुहार लगा रहे हैं, लेकिन अभी तक किसी ने सुध नहीं ली है। इस बार भी सैकड़ों की संख्या में लोगों ने बैठकर इस समस्या को सरकार के सामने रखा है।
माढा उपसा सिंचन योजना में गांव को शामिल करें
सोलापुर के माढा तहसील अंतर्गत आनेवाले और भी ग्राम निवासी पानी संघर्ष समिति बावी के माध्यम से धरना प्रदर्शन कर रहे हैं। उनकी मांग भी बाबी, तुडशी, परितेवाडी, पिंपडखुटे आदि गांव को माढा उपसा सिंचना योजना में शामिल कर पानी उपलब्ध करने की मांग की है। बताया कि गांव पानी की के लिए तरस रहे हैं। ऐसे में विधायक बबनदादा शिंदे व माढा लोकसभा सदस्य सांसद रणजीतसिंह नाईकनिंबाडकर के तरफ मांग की गई थी। गांव के सर्वेक्षण पूरा हुआ है। ऐसे में शासन मान्यता के लिए प्रस्ताव अपर सचिव को दिया था। इसे लेकर 31 जनवरी 2023 को मुंबई में उपमुख्यमंत्री देवेन्द्र फडणवीस की अध्यक्षता में मीटिंग भी हुई थी, जिसमें उपमुख्यमंत्री की ओर से इस गांव को माढा सिंचन योजना में शामिल करने के निर्देश भी दिए थे। बावजूद इसके अभी तक कुछ नहीं हुआ है।