खिलवाड़: नागपुर में एनलॉग पनीर की धड़ल्ले से बिक्री और महीने में की गई सिर्फ एक कार्रवाई
- खानापूर्ति करने में जुटा विभाग, सेहत से खिलवाड़
- अब होटलों में भी धड़ल्ले से बिक रहा
- ग्राहकों के साथ कर रहे धोखाधड़ी
डिजिटल डेस्क, नागपुर। यदि आप होटल में जाकर पनीर खाने के शौकीन हैं, तो सावधान हो जाएं। आपको दूध का पनीर बताकर तेल व पावडर से बना पनीर खिलाया जा सकता है। क्योंकि शहर के कई रेस्त्रां में ऐसा हो रहा है। डेयरी वाले इन्हें यह पनीर बेच रहे हैं, रेस्त्रांवाले भी सस्ता मिलने के चक्कर में इसे खरीद भी रहे हैं। लेकिन इसका सीधा असर ग्राहकों की सेहत पर हो रहा है। किसी भी ग्राहक को बिना बताए पनीर के नाम पर धड़ल्लेे से इसे परोसा जाता है। जिससे खानेवालों को यह पनीर एनलॉग होने की भनक तक नहीं लगती है। शहर के कई रेस्त्रां में इसे बेचा जा रहा है, बावजूद इसके अन्न व औषधि विभाग के हाथ इन तक नहीं पहुंच पा रहे हैं। गत एक माह में केवल एक पर कार्रवाई करते हुए खानापूर्ति करना समझ से परे है।
रैपर लगाकर बेचा जाना चाहिए : दूध को एक निर्धारित टेंपरेचर पर लाकर एसिड की मदद से फाड़ा जाता है। तब जाकर इससे पनीर बनाया जाता है। ऐसे में इस पनीर से पानी पूरी तरह से निकल दूध पावडर व तेल मिलकर जम जाता है। ऐसे में इसे खाने पर सीधे तौर पर तेल खाने के बराबर होता है। ऐसे में ज्यादा एनलॉग पनीर खाने से शरीर पर क्या असर होगा इसका अंदाजा लगाना आसान है। हालांकि एनलॉग पनीर को बेचना प्रतिबंधित नहीं है। लेकिन इसे रैपर लगाकर बेचा जाना चाहिए, ताकि ग्राहक आसानी से समझ सकें। लेकिन कई लोग खुले में इसे बेच रहे हैं, वही ग्राहकों को इस बारे में बताया भी नहीं जा रहा है।
ग्राहक मांगते हैं पनीर : दूध के पनीर को पौष्टिक माना जाता है। इससे बननेवाले व्यंजन स्वादिष्ट लगने के साथ शरीर के लिए भी लाभदायक होते हैं। यही कारण है, कि रेस्त्रां में जानेवाले लोग खाने में पनीर की सब्जी से लेकर पनीर के व्यंजन मांगते हैं. जोकि महंगे भी होते हैं। इसे खाने के बाद वह यही सोचते हैं, कि महंगे होने के बाद भी उन्होंने अच्छी चीजें खाई हैंं, लेकिन कई जगह उनके स्वास्थ्य के साथ खिलवाड़ किया जा रहा है। उन्हें दूध के नाम पर तेल से बना पनीर खिलाया जा रहा है। दूध के पनीर को बनाने के लिए शुद्ध दूध को फाड़कर उसे बनाया जाता है। जिससे वह शरीर के लिए ज्यादा खाने के बाद भी पौष्टिक ही होता है, वही एनलॉग पनीर पाम तेल व दूध पावडर को पानी के साथ मिलाकर फेटा जाता है। ताकि यह पूरी तरह मिल जाए, इसके बाद इसे एकसाथ गर्म किया जाता है। जिसके बाद यह पूरी तरह से दूध की तरह बन जाता है।
20 किलो पनीर जब्त किया था : हमारी ओर से हाल ही में एनलॉग पनीर को लेकर एक कार्रवाई धंतोली में डेयरी चालक पर की है। उनके पास मिलनेवाला पनीर एनलॉग पनीर था, जोकि दूध पनीर की तरह खुले में बेचा जा रहा था। ऐसे में 20 किलो पनीर जब्त किया गया। जिसकी कीमत 6 हजार है। और भी कार्रवाई इस दिशा में की जानेवाली है। अब सप्लायर पर नजर रखी जाएगी। - अभय देशपांडे, सहायक आयुक्त, अन्न व औषधि विभाग नागपुर
खाने से पहले टेस्ट करें कच्चा पनीर : सस्ता मिलने से होटल वाले इसकी जमकर खरीदी कर रहे हैं। जिसके कारण 10 में से 8 होटलों में यही पनीर मिलने की ज्यादा आशंका है। जिसमें वर्धा रोड, उमरेड रोड आदि जगहों पर स्थित होटल शामिल हैं। यही नहीं शहर के बीच रहनेवाले छोटे-छोटे रेस्त्रां में भी इसी तरह के पनीर दिए जाने की बात सूत्र बता रहे हैं। ऐसे में किसी भी होटल में जाकर ग्राहक पनीर खाने से पहले कच्चा पनीर मंगाकर उसे खाकर पहचान सकते हैं। मसाले में मिलने के बाद इसे पहचान पाना मुमकिन नहीं है।
बेसुध बना बैठा विभाग : लोगों के स्वास्थ्य की जिम्मेदारी अन्न व औषधि विभाग पर है। लेकिन एनलॉग पनीर की धड़ल्ले से बिक्री के बारे में कई बार ध्यानाकर्षित करने के बाद भी विभाग की ओर से कोई सुध नहीं ली जा रही है। केवल खानापूर्ति के लिए नाममात्र एक कार्रवाई की है। जिससे मिलावटखोरों में इस विभाग का कोई डर नहीं बचा है।