मांग: मंदिर प्रबंधन कानून में बदलाव जरूरी : परांदे

मंदिरों को सरकारी नियंत्रण से मुक्त करने की मांग

Bhaskar Hindi
Update: 2023-12-13 13:05 GMT

डिजिटल डेस्क, नागपुर । मंदिरों को सरकारी नियंत्रण से मुक्त करने की मांग दोहराते हुए विश्व हिंदू परिषद के महासचिव मिलिंद परांदे ने कहा है कि, मंदिर प्रबंधन कानून में बदलाव जरूरी है। उन्होंने कहा- पूजा ही नहीं, मंदिर प्रबंधन भी धार्मिक कार्य है। हिंदुओं की मांग के अनुरूप मंदिर प्रबंधन की कार्ययोजना पर विहिंप काम कर रहा है। नए कानून निर्माण के लिए विहिप सहायता करेगा। मंगलवार को ‘दैनिक भास्कर’ के संपादकीय सहयोगियों से परांदे ने विविध विषयों पर चर्चा की।

मंदिर सरकार नहीं, ट्रस्ट के नियंत्रण में होने चाहिए : परांदे ने कहा- मंदिरों के संचालन के लिए हिंदू संगठन सक्षम है। न्यायालय ने भी यह बात कही है। मंदिरों और मठों से होने वाली आय हिंदू धर्म के कल्याण के लिए खर्च होना चाहिए। आज भी हिंदू धार्मिक स्थलों की जमीन का उपयोग ईसाई और मुस्लिम कर रहे हैं, इसलिए यह आवश्यक है कि, मंदिर सरकार नहीं, बल्कि ट्रस्ट के नियंत्रण में होने चाहिए। परांदे ने कहा- विहिंप हिंदू हित की बात करती है। केंद्र व राज्य में हिंदूवादी सत्ता का आवाहन करती है। हिंदू हित ही देश हित है। धर्मांतरण व घुसपैठ रोकने के लिए विहिप सरकार को मदद कर रही है। ईसाई व मुस्लिम भी हिंदू धर्म में आना चाहें, तो उनका स्वागत किया जाएगा, लेकिन यह भी जरूरी है कि, किसी में देश के बाहर का आदर्श न हो। मणिपुर में हिंसा के दौरान सेवा कार्य में विहिप के योगदान का उल्लेख करते हुए परांदे ने कहा- ऐसा नहीं होना चाहिए कि, किसी को अंतिम संस्कार भी नहीं करने दिया जाए। मणिपुर हिंसा में मारे गए लोगों में से कुछ लोगों का अंतिम संस्कार नहीं होने देने का समाचार गंभीर है। मणिपुर जाकर देखना होगा कि, यह स्थिति कैसे बनी। यह बात भी असत्य नहीं है कि, िकसी भी घटना के दो पहलू होते हैं।

अयोध्या में मंदिर निर्माण से स्वाभिमान व गौरव बढ़ेगा : अयोध्या में मंदिर निर्माण से देश का स्वाभिमान व गौरव बढ़ेगा। भगवान राम का व्यक्तित्व स्वाभिमान की प्रेरणा देता है। गौरक्षा के लिए दो काननू है, लेकिन दोनों कानून बार-बार तोड़े जा रहे हैं। चर्चा के दौरान प्रशांत तितरे प्रांत मंत्री, मनीष मालानी प्रांत विशेष संपर्क प्रमुख, अमित बाजपेयी प्रांत प्रचार सहप्रमुख उपस्थित थे।

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