नागपुर: विधानभवन पर झंडा फहराएंगे विदर्भवादी, महाराष्ट्रवादी चले जाओ का गूंजेगा नारा
- सत्ता में आने पर अलग राज्य देने का वादा भूली भाजपा
- अगस्त क्रांति दिन पर तीव्र आंदोलन की तैयारी
- 119 साल पुरानी है विदर्भ राज्य निर्माण की मांग
डिजिटल डेस्क, नागपुर। विदर्भ राज्य निर्माण की मांग को लेकर विदर्भवादियों ने तीव्र आंदोलन की तैयारी की है। अगस्त क्रांति दिन के मौके पर विदर्भवादी एकजुट होंगे। 10 अगस्त को नागपुर विधानभवन पर मोर्चा ले जाकर विदर्भ राज्य का झंडा फहराया जाएगा। विदर्भ राज्य निर्माण की मांग 119 वर्ष पुरानी है। विदर्भवादियों का कहना है कि राजनीतिक उदासीनता के कारण विदर्भ पर अन्याय हो रहा है। लिहाजा अब आर पार की लड़ाई की जाएगी। शुक्रवार को विधायक निवास में विदर्भ राज्य आंदोलन समिति की बैठक हुई। बैठक की अध्यक्षता समिति के विभागीय अध्यक्ष अरुण केदार ने की।
जनता को कर रहे गुमराह
समिति की ओर से कहा गया है कि केंद्र में सत्ता का नेतृत्व कर रही भाजपा सहित अन्य दल विदर्भ को लोगों को केवल गुमराह कर रहे हैं। इसलिए महाराष्ट्रवादी चले जाओ के नारे के साथ विधानभवन पर मोर्चा ले जाया जाएगा। अरुण केदार ने कहा कि 2014 के विधानसभा चुनाव के पहले भाजपा ने विदर्भ राज्य निर्माण का आश्वासन दिया था। लेकिन सत्ता में आने के बाद वादे को भुला दिया गया। केंद्र व राज्य में भाजपा के नेतृत्व की सत्ता होने के बाद भी विदर्भ राज्य निर्माण नहीं किया जा रहा है। इसलिए विदर्भ में भाजपा का विरोध हो रहा है। लोकसभा चुनाव में इस क्षेत्र में भाजपा पराजित हुई। मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे के नेतृत्व की शिवसेना को भी लाभ नहीं मिला।
किसानों की हालत खराब
विदर्भ में किसानों की हालत खराब है। कर्जमाफी नहीं हो पायी है। अनाज पर जीएसटी का भार है। अतिवृष्टि से भारी फसल नुकसान हुआ है। बीमाधारक किसानों को तत्काल फसल बीमा का लाभ देने की आवश्यकता है। प्रीपेट बिजली मीटर ने बड़ी समस्या खडी की है। इन विषयों को लेकर भी सरकार का विरोध किया जाएगा। बैठक में मुकेश मासुरकर, नरेश निमजे, रमेश गजबे सहित अन्य प्रमुख विदर्भवादी नेता थे।
प्रशासन अलर्ट
विदर्भवादियों की चेतावनी को देखते हुए प्रशासन अलर्ट हुआ है। विदर्भवादी कार्यकर्ताओं की गतिविधियों पर ध्यान रखा जा रहा है। तीव्र प्रदर्शन की आशंका के चलते पुलिस थाना क्षेत्र स्तर पर वरिष्ठ कार्यकर्ताओं की जानकारी ली जा रही है।