ललकार: वडेट्टीवार का निशाना - 400 पार का विश्वास है, तो बैलेट से चुनाव करके दिखाएं

  • एड. भानु प्रतापसिंह ने कहा - आगामी चुनाव ईवीएम से नहीं होने देंगे
  • बैलेट से चुनाव करके दिखाएं
  • ईवीएम विरोधी राष्ट्रीय जन परिषद में जुटा लोगों का हुजूम

Bhaskar Hindi
Update: 2024-02-19 09:50 GMT

डिजिटल डेस्क, नागपुर. विधानसभा के विरोधी पक्षनेता विजय वडेट्टीवार ने कहा कि, गरीबी, बेरोजगारी, धार्मिक तुष्टिकरण, मुस्लिम द्वेश और महंगाई को लेकर देश की जनता सड़कों पर है। फिर भी भाजपा 400 पार का नारा दे रही है। ऐसी कौनसी शक्ति है, जिसकी बदौलत यह जीतने का दावा कर रहे हैं। विपक्ष के सारे नेताओं को ईडी-सीबीआई का दबाव डालकर उन्हें भाजपा में शामिल कराया जा रहा है। अगर भाजपा और मोदी को इतना विश्वास है, तो वह बैलेट से चुनाव करके दिखाएं और जीतकर दिखाएं। शनिवार को इंदोरा मैदान पर ईवीएम विरोधी राष्ट्रीय जन परिषद का आयोजन किया गया था। इंडिया अगेंस्ट ईवीएम द्वारा आयोजित परिषद में हजारों की संख्या में लोग मौजूद थे। इस अवसर पर वे संबोधित कर रहे थे। परिषद की अध्यक्षता भारत मुक्ति मोर्चा के अध्यक्ष वामन मेश्राम ने की। मंच पर एड. स्मिता कांबले, दिल्ली के पूर्व मंत्री राजेंद्र पाल गौतम, पूर्व विधायक सुनील केदार, सुप्रीम कोर्ट में अधिवक्ता भानुप्रताप सिंह, एड. फिरदौस मिर्जा, गुणवंत देवपारे, अमन कांबले, प्रितम प्रियदर्शी, स्वतंत्रता सेनानी लीला चितले आदि उपस्थित थे।

अधिवक्ता भानु प्रतापसिंह ने कहा कि, आगामी चुनाव हम ईवीएम से नहीं होने देंगे। चुनाव आयोग सरकार का गुलाम बन चुका है। इंडिया अगेंस्ट ईवीएम भूमिका स्पष्ट करते हुए एड. स्मिता कांबले ने बताया कि, फोरम का पहला उद्देश आगामी सारे चुनावों में बेलेट पेपर से कराना और ज्यादा से ज्यादा जनजागरण कर नागरिकों को ईवीएम मशीन के बारे में अवगत कराकर जनआंदोलन खड़ा करना और देश को बचाना है। पूर्व विधायक सुनील केदार ने कहा कि, देश का लोकतंत्र तभी बचेगा जब बेलेट से चुनाव होगा। एड. फिरदौस मिर्जा ने कहा कि, कांग्रेस के अंदर कुछ आरएसएस के लोग छिपकर देश विरोध में काम कर रहे थे। अभी उनके चेहरे एक-एक करके बेनकाब हो रहे हैं। ऐसे में देश के नागरिकों का ये काम है कि, वो अपने वोटों का हिसाब करें, जो सिर्फ और सिर्फ बेलेट पेपर के उपयोग से ही हो सकता है।

आयोग नहीं सुनेगा, तो ईवीएम फोड़ेंगे : मेश्राम

परिषद की अध्यक्षता करते हुए वामन मेश्राम ने आवाहन किया कि, अगर चुनाव आयोग बैलेट से चुनाव कराने की मांग नहीं सुनता है, तो देश के 15 लाख बूथों पर ईवीएम फोड़ी जाएंगी। भारत को बचाने के लिए ईवीएम विरोधी आंदोलन में कांग्रेस के साथ-साथ सभी विपक्षी पार्टियों ने सहभाग देना आवश्यक है। परिषद का प्रास्ताविक इंजी. विश्वास पाटिल ने किया। परिषद की सफलतार्थ एड. आकाश मून, राज सुखदेवे, आनंद तेलंग, संघपाल उपरे, रितेश देशभ्रतार, अजय बागड़े, धीरज सहारे, टार्जन धवले, भारत लोखंडे, अरुण भालशंकर, संकेत शंमभरकर, भावना जेठे, जयश्री गणवीर आदि ने योगदान दिया।

 

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