एसआईटी जांच की मांग: ओबीसी आयोग के अध्यक्ष आनंद निर्गुडे के इस्तीफे पर बवाल
- आनंद निर्गुडे के इस्तीफे पर बवाल
- एसआईटी जांच की मांग
- ठाकरे ने भुजबल और प्रफुल्ल पटेल पर कसा तंज
डिजिटल डेस्क, नागपुर. राज्य पिछड़ा वर्ग (ओबीसी) आयोग के अध्यक्ष आनंद निर्गुडे ने अपने पद से इस्तीफा दे दिया है। निर्गुडे के इस्तीफे पर विधानसभा में मंगलवार को जमकर हंगामा हुआ। विधानसभा में विपक्ष के नेता विजय वडेट्टीवार ने सदन में सवाल उठाते हुए कहा कि निर्गुडे ने अपने पद से इस्तीफा कुछ दिनों पहले ही दे दिया था, लेकिन राज्य सरकार ने इसे छुपा कर रखा। वडेट्टीवार ने आरोप लगाते हुए कहा कि ऐसी खबर है कि निर्गुडे पर इस्तीफा देने का दो मंत्रियों का दबाव था। यह गंभीर मामला है इस मामले की जांच होनी चाहिए कि वह कौन से दो मंत्री हैं जिन्होंने निर्गुडे पर इस्तीफा देने के लिए दबाव बनाया था। सदन के बाहर मीडिया से बातचीत में शिवसेना (उद्धव) पक्ष प्रमुख उद्धव ठाकरे ने कहा कि निर्गुडे के इस्तीफे की एसआईटी के जरिए जांच की जानी चाहिए। मंगलवार को जैसे ही आनंद निर्गुडे के इस्तीफे की खबर आई वैसे ही इस पर विपक्ष ने सरकार को घेरते हुए अपना आक्रामक रुख अपना लिया। मामला विधानसभा में उठा तो राज्य सरकार में मंत्री शंभूराज देसाई ने कहा कि अभी तक निर्गुडे की तरफ से कोई बयान सामने नहीं आया है। अगर उनकी तरफ से इस तरह की बात कही जाती है कि उन पर दो मंत्रियों ने इस्तीफा देने के लिए दबाव बनाया था तो इस मामले की जांच की जाएगी। उद्धव ठाकरे ने निर्गुडे के इस्तीफे पर आक्रामक रुख अपनाते हुए कहा कि उन्हें भी इस मामले की जानकारी मिली है कि आनंद को इस्तीफा देने के लिए मजबूर किया गया था। उनसे उस समय इस्तीफा लिया गया है जब ओबीसी आरक्षण को लेकर मामला गरम है। उन्होंने कहा कि मैं सरकार से मांग करता हूं कि वह हर मामले में एसआईटी जांच करने की बात कहते हैं, इसलिए इस मामले में भी एसआईटी की जांच की जाए।
ठाकरे ने भुजबल और प्रफुल्ल पटेल पर कसा तंज
उद्धव ठाकरे ने राज्य सरकार में मंत्री छगन भुजबल पर निशाना साधते हुए कहा कि भुजबल जैसे ही सरकार में शामिल हुए तो उनके ऊपर दर्ज किए गए मामलों में उन्हें बरी करने का सिलसिला शुरू हो चुका है। ठाकरे ने कहा कि मैं जल्द ही भुजबल के पास मिठाई खाने के लिए जाऊंगा। उन्होंने कहा कि प्रफुल्ल पटेल के साथ भी ऐसा ही हुआ है। मैं प्रफुल्ल के यहां जाकर कम मिर्ची का खाना खाऊंगा।