कोल्हापुर-गोंदिया एक्सप्रेस की घटना: टीटीई ने चलती ट्रेन से युवक को धक्का दिया
- मेयो में भर्ती, हाथ-पैर फ्रैक्चर
- शिकायत के बाद भी इतवारी रेलवे पुलिस ने नहीं की काेई कार्रवाई
- रीवा से माता-पिता को छोड़ने नागपुर आ रहा था
डिजिटल डेस्क, नागपुर. रेलवे के टीटीई की झकझोरने वाली गैर जिम्मेदाराना घटना सामने आई है। बिना टिकट यात्रा करने वाले एक युवक को टीटीई ने चलती ट्रेन से धक्का देकर नीचे गिरा दिया। युवक के हाथ-पैर फ्रैक्चर हो गए। इतवारी रेलवे पुलिस ने मामले को दबाने की हरसंभव कोशिश की, लेकिन पीड़ित युवक और उसकी मां ने वीडियो वायरल कर प्रशासन से न्याय की गुहार लगाई है। दोषी टीटीई के खिलाफ सख्त कार्रवाई करने की मांग की है।
रीवा से माता-पिता को छोड़ने नागपुर आ रहा था
जख्मी युवक मोहित सोनी (22), रीवा, मध्य प्रदेश निवासी है। उसके माता-पिता दत्तवाड़ी में मजदूरी करते हैं। मध्य प्रदेश में चुनाव के कारण मोहित के माता-पिता मतदान करने रीवा गए थे। मोहित उन्हें नागपुर छोड़ने के लिए 21 नवंबर को सुबह रीवा-इतवारी एक्सप्रेस से नागपुर आ रहा था।
बिना टिकट यात्रा करते हुए पकड़ा था : भंडारा में किसी कारण ट्रेन को रोक दिया गया था, इसलिए अन्य यात्रियों के साथ मोहित और माता-पिता बिना टिकट गोदिंया-कोलहापुर एक्सप्रेस में सवार हो गए। मोहित के अनुसार कामठी में टीटीई करन पटले, केसु बाबू और अन्य टीटीई ने उन्हें पकड़ा। वे प्रति व्यक्ति हजार रुपए जुर्माने देने के लिए धमका रहे थे। हम जुर्माना भरने के लिए तैयार थे, लेकिन इतना जुर्माना नहीं लगता कहने पर टीसी से बहस हो गई। टीटीई गाली-गलौज करने लगे।
तमाचा जड़ा और धक्का दे दिया : मोहित जब बीच में बोला, तो टीटीई कॉलर पकड़कर उसे दूसरे डिब्बे में ले गए। टीटीई करण ने उसे तमाचा जड़ा और एक टीटीई ने उसे धक्का देकर चलती ट्रेन से नीचे गिरा गया। इससे मोहित का एक पैर और हाथ फ्रेक्चर हो गया है। कामठी में साई मंदिर के पास हुई मोहित बेहोशी की हालत में मिला था। प्रारंभिक उपचार के लिए उसे कामठी के अस्पताल ले जाया गया। हालत नाजुक होने पर उसे मेयो अस्पताल भेज दिया गया।
समझौता कराने स्ट्रेचर पर थाने ले जाया गया
मोहित की हालत नाजुक होने के बाद भी उसका बयान लेने और प्रकरण में समझौता कराने के लिए उसे स्ट्रेचर पर इतवारी रेलवे थाना ले जाया गया। जहां पर टीटीई भी थे। घटना के लिए टीटीई ने भी क्षमा मांगी और उपचार कराने की हामी भरी, लेकिन मोहित दोषी टीटीईयों के खिलाफ कानूनी कार्रवाई चाहता था, ताकि किसी ओर यात्री के साथ ऐसा न हो। इस मामले में इतवारी रेलवे थाने में शिकायत किए पंद्रह दिन हो गए। प्रकरण गंभीर होने के बाद भी अभी तक कोई कार्रवाई नहीं की गई है, बल्कि मोहित पर ही आरोप मढ़ा जा रहा है कि, उसने जेल जाने से बचने के लिए खुद ही चलती ट्रेन से छलांग लगाई है। इस पर मोहित का सवाल था कि, अगर ऐसा होता, तो उसके माता-पिता तो ट्रेन में ही थे न, उन्हें जेल जाता हुआ वह कैसे देखता। मामले को रफा-दफा करने के लिए कई कहानी गढ़नें का आरोप है।
मामले की जांच-पड़ताल चल रही है
पंजाबराव डोले, इतवारी रेलवे थाना प्रभारी के मुताबिक हां, ऐसा प्रकरण मेरे पास आया था। तीन एजेंसिया मामले से जुड़ी हुई हैं। मोहित के साथ हुई घटना की जांच-पड़ताल की जा रही है।