विधानसभा चुनाव: सीट साझेदारी को लेकर शुरु हुई उठापटक, पार्टी समीक्षा के नाम पर तैयार नए-नए दावे
- बदली हुई राजनीतिक स्थिति पर आकलन
- भाजपा सबसे अधिक सीटें लड़ने की तैयारी में
- शिवसेना शिंदे का भी मनोबल बढ़ा
डिजिटल डेस्क, नागपुर। विधानसभा चुनाव को लेकर राज्य में राजनीतिक रंग जमने लगा है। सभी प्रमुख दल व गठबंधनों में बैठकों का दौर चल रहा है। यात्राओं का नियोजन भी किया जा रहा है। प्रयास यही है कि सीट साझेदारी में सर्वाधिक लाभ मिले। सबसे अधिक विधानसभा सदस्यों के साथ भाजपा इस बार सबसे अधिक सीटों पर चुनाव लड़ने की तैयारी में है। मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे के नेतृत्व की शिवसेना का भी मनोबल बढ़ा दिख रहा है।
भाजपा मिशन मोड पर
2019 में विधानसभा की 288 में से सर्वाधित 105 सीटें भाजपा ने जीती थी। हालांकि राजनीतिक स्थिति कुछ ऐसी बनी कि भाजपा को ढाई साल विपक्ष में रहना पड़ा। सत्ता में आयी फिर भी मुख्यमंत्री पद नहीं मिल पाया। इस बार भाजपा ने पुणे अधिवेशन के माध्यम से चुनाव की माइक्रो प्लानिंग की है। विधानसभा क्षेत्र स्तर पर पार्टी का अधिवेशन लिया जा रहा है। 35 प्रमुख नेताओं को संगठन कार्य में लगाया गया है। केंद्रीय मंत्री, महाराष्ट्र के मंत्री, सांसद, विधायकों के लिए संगठन कार्य में जिम्मेदारी तय की गई। भाजपा ने पार्टी के 150 से अधिक विधायक जिताने का लक्ष्य रखा है। वह उन 105 सीटों पर किसी तरह से सीट साझेदारी नहीं करना चाहती है जहां उसके विधायक हैं।
शिवसेना शिंदे गुट का 100 का लक्ष्य
मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे ने अपनी पार्टी के सांसद, विधायक व प्रमुख पदाधिकारियों की बैठक लेकर विधानसभा चुनाव में 100 सीटों का घोषित किया है। इन 100 सीटों पर विधानसभा निरीक्षक भेजे जा रहे है। सरकारी योजनाओं की जानकारी जनता तक पहुंचाने का आवाहन किया जा रहा है। पार्टी के नए सदस्य बनाए जा रहे हैं।
एनसीपी अजित का 60 सीटों का लक्ष्य
अजित पवार के नेतृत्व की एनसीपी ने 60 सीटों का लक्ष्य रखा है। इसके लिए पार्टी की ओर से संवाद यात्रा का आयोजन किया जा रहा है। एनसीपी की युवा इकाई ने चांदा से बांदा अर्थात चंद्रपुर से मुंबई तक संवाद यात्रा की घोषणा की है। प्रफुल पटेल, सुनील तटकरे, छगन भुजबल सहित अन्य नेता इन यात्राओं का नेतृत्व करेंगे।
आघाडी में हलचल
महाविकास आघाडी अर्थात कांग्रेस गठबंधन में भी हलचल है। शिवसेना उद्धव गुट ने 125 सीटों पर दावा किया है। कांग्रेस ने दो से तीन बार प्रदेश स्तरीय बैठक लेकर 120 से 130 सीटों पर चुनाव लड़ने की इच्छा व्यक्त की है। कांग्रेस,शिवसेना उद्धव को 90 से 100 सीट पर चुनाव लड़ने का आफर दे रही है। शरद पवार के नेतृत्व की एनसीपी को 75 से 80 सीट देने की पेशकश की गई है।
इनका कहना है
अध्यक्ष भाजपा महाराष्ट्र चंद्रशेखर बावनकुले के मुताबिक महायुति में सीट साझेदारी के लिए समन्वयक चर्चा चल रही है। मित्रदलों के दावों पर भी चर्चा होगी। जल्द सीट साझेदारी होगी-
अध्यक्ष कांग्रेस महाराष्ट्र नाना पटोले के मुताबिक लोकसभा चुनाव में कांग्रेस राज्य में सबसे बड़ी पार्टी बनकर सामने आयी है। कांग्रेस के जनाधार को नजरअंदाज नहीं किया जा सकता है। अधिक सीटें जीतेंगे।