बदलता दौर: उपराजधानी में बढ़ रहा है अंतरराष्ट्रीय विश्वविद्यालय का चलन, स्पॉट एडमिशन भी ऑफर
- छात्र को स्नातक, स्नातकोत्तर अनुसंधान का अवसर
- स्पॉट एडमिशन के भी ऑफर
डिजिटल डेस्क, नागपुर. इंटरनेट और स्मार्ट फोन के प्रौद्योगिकी युग में लाेगों को "लोकल से ग्लोबल' होना आसान हो गया है। अधिकतर छात्र जिन्हें विदेश में उच्च शिक्षा लेनी है, ऐसे छात्र या तो अमीर परिवार के होते हैं, या फिर केंद्र अथवा राज्य सरकार द्वारा दी जा रही फेलोशिप के आधार पर विदेश में पढ़ाई करने जाते हैं।
किस देश में कौन से विश्वविद्यालय में पढ़ाई करने जाना है, ये सारी जानकारी निकालनी पड़ती है। सूचना के इस आधुनिक युग में धीरे-धीरे इसका विस्तार हो रहा है। इसी का देन है कि अब नागपुर में भी अंतरराष्ट्रीय विश्वविद्यालय का चलन बढ़ता दिखाई दे रहा है। यह अंतरराष्ट्रीय विश्वविद्यालय छात्रों को स्नातक, स्नातकोत्तर और अनुसंधान का अवसर प्रदान कर रही है। साथ ही छात्रों को स्पॉट एडमिशन की ऑफर दी जा रही है।
अब तक यह देखा गया
देश के स्थानीय स्कूल, कॉलेज और विश्वविद्यालयों के साथ अंतराराष्ट्रीय स्कूलों और विश्वविद्यालयों की ओर से एमओयू किया गया है और किया जा रहा है। इसके पीछे मुख्य उद्देश्य शिक्षा को साझा करना है। कुछ नामित स्कूलों और कॉलेजों में अंतरराष्ट्रीय शिक्षा संस्थाओं से एफिलिएटेड कोर्स कराए जाते हैं।
अब यह बदलाव
शिक्षा क्षेत्र में एमओयू के अलावा अब अंतरराष्ट्रीय नामित विश्वविद्यालय के प्रतिनिधि भारत के मेट्रो सिटीज में खुद आ रहे हैं। अंतरराष्ट्रीय विश्वविद्यालय मेट्रो शहर में कार्यक्रम आयोजित करते हुए अपने विश्वविद्यालय के बारे में जानकारी दे रहे हैं।
साथ ही जो छात्र विदेश में स्नातक, स्नातकोत्तर या अनुसंधान करना चाहते हैं, उन्हे विश्वविद्यालयों के प्रतिनिधियों के साथ सीधे जुड़ने का अवसर प्रदान कर रहे हैं। इसमें यूके के दो विश्वविद्यालय शामिल हंै, जिनके प्रतिनिधि यहां पहुंचे।