लापरवाही: दावा खोखला : 44 में से केवल 10 ई-बसों की आपूर्ति

2 करोड़ की निधि से 144 ई बसों की आपूर्ति करना था 4 चरण में

Bhaskar Hindi
Update: 2023-10-06 08:45 GMT

डिजिटल डेस्क, नागपुर। शहर में सुविधाजनक सिटी बस सेवा का दावा करने वाला मनपा का परिवहन विभाग हरियाणा की निजी बस कंपनी पर कार्रवाई को लेकर खासी लापरवाही बरत रहा है। हरियाणा की पीएमआई इलेक्ट्रो मोबिलिटी कंपनी को 72 करोड़ की निधि से 144 ई बसों की आपूर्ति 4 चरण में करना था, लेकिन अक्टूबर तक 44 बसों की बजाय कंपनी ने केवल 10 ही बसों की आपूर्ति की है। कंपनी से अनुबंध के मुताबिक बसों की आपूर्ति में देरी होने पर प्रतिदिन 12 हजार रुपए प्रतिबस दंडात्मक कार्रवाई का प्रावधान किया गया है, लेकिन अब तक मनपा की ओर से कार्रवाई को लेकर कोई भी पहल नहीं की गई है।

वर्तमान में मनपा का परिवहन विभाग

संचालन हो रहा है। इसमें 90 स्टैंडर्ड श्रेणी की डीजल बसेस, 34 सीएनजी रूपांतरित बसेस, 131 मिडी डीजल बसेस, 42 मिनी डीजल बसेस और 50 वातानुकूलित बसों का समावेश है। इस बस सेवा का प्रतिदिन करीब 1.44 लाख यात्री लाभ ले रहे हैं, जबकि प्रतिदिन करीब 25 लाख रुपए तक आमदनी हो रही है। सालाना घाटे को कम करने के साथ यात्रियों को सुविधाजनक सफर को लेकर ई-बसों को बेड़े में शामिल करने का प्रयास हो रहा है, लेकिन 144 ई-बसों की आपूर्ति को लेकर परिवहन विभाग खासा परेशान है। पहली खेप में मनपा को अगस्त में केवल 10 ई-बसों की आपूर्ति हुई है। अनुबंध के अनुसार अक्टूबर माह तक 44 बसों की आपूर्ति होना चाहिए थी। आला अधिकारियों का दावा है कि, तकनीकी दिक्कत के कारण देरी हुई है, कंपनी ने इस माह 40 बसों की आपूर्ति करने का आश्वासन दिया है। आश्वासन की पूर्ति नहीं होने पर कानूनी कार्रवाई की जाएगी।

Tags:    

Similar News