हद है: खर्रे की पन्नियों से हो गया शौचालय चोक, मनपा आयुक्त का आदेश भी रहा बेअसर
- आस-पास सभी अधिकारियों के कक्ष हैं
- तालाबंद कर चस्पा की सूचना
- पन्नियों से हुआ शौचालय चोक
डिजिटल डेस्क, नागपुर। मनपा प्रशासन शहर को सुंदर और स्वच्छ बनाने के लिए पुरजोर प्रयास कर रहा है, लेकिन लोककर्म विभाग के अधिकारी लापरवाही से बाज नहीं आ रहे हैं। सोमवार को मनपा आयुक्त डॉ. अभिजीत चौधरी के आदेश के बाद भी शौचालय की सफाई नहीं की गई। इतना ही नहीं, कनिष्ठ अभियंता ने शौचालय को तालाबंद कर सूचना भी लगा दी। अभियंता नेहारे का तर्क है कि, खर्रे की पन्नियों से शौचालय चोक हुआ है। दुरूस्ती में करीब सप्ताहभर लगेगा। ऐसे में शुक्रवार से मनपा आयुक्त के कक्ष के सामने स्थित शौचालय का इस्तेमाल नहीं हो पा रहा है। कर्मचारियों को परेशान होना पड़ रहा है। हैरानी यह है कि, शुक्रवार को संबंधित अभियंता प्रशांत नेहारे से मोबाइल पर संपर्क करने का प्रयास भी आयुक्त के आदेश पर किया गया, लेकिन मोबाइल स्वीच ऑफ होने से कोई पहल नहीं हो पाई। सोमवार को आखिरकार आयुक्त के निर्देश पर लोककर्म विभाग की कार्यकारी अभियंता अल्पना पाटने को सूचना दी गई। वह कार्यालय में नहीं होने से पाटने ने मोबाइल पर प्रशांत नेहारे को सूचना दी। इसके बाद बंद शौचालय को ताला जड़कर सूचना लगा दी गई।
आस-पास सभी अधिकारियों के कक्ष हैं
मनपा मुख्यालय की नई इमारत के ग्राउंड फ्लोर पर आयुक्त सहित अतिरिक्त आयुक्त डॉ. सुनील लहाने, उपायुक्त निर्भय जैन, रवींद्र भेलावे, महेश धामेचा, विशाल वाघ का कक्ष है। स्टाफ समेत विजिटर्स के लिए आयुक्त कक्ष के दाहिने हिस्से में शौचालय है। इसका सभी कार्यालयों के अलावा उपद्रव शोध पथक का स्टाफ इस्तेमाल करता है। शुक्रवार को सुबह शौचालय के लीकेज से पानी का प्रवाह बंद हो गया है।
तालाबंद कर चस्पा की सूचना
आयुक्त के आदेश के बाद भी सोमवार को इमारत देखभाल, दुरूस्ती विभाग से कोई पहल नहीं हुई, तो गंदगी के बजबजाते शौचालय को तालाबंद कर सूचना चस्पा कर दी गई। अभियंता प्रशांत नेहारे का कहना है कि, खर्रे की पन्नियों के कारण शौचालय चोक हुआ है। पाइप बदलने के लिए सप्ताहभर इंतजार करना पड़ेगा। ऐसे में कार्यालय बंद होने पर अब शनिवार को सफाई और दुरूस्ती शुरू होगी।