नियुक्ति: शिक्षक नियुक्ति प्रक्रिया से पदाधिकारियों ने किया किनारा, मिले 113 संविदा शिक्षक
- जिला परिषद का हाल
- 70 से कम उम्र के सेवानिवृत्त शिक्षकों से आवेदन मंगवाए
- 211 आवेदन प्राप्त, 188 हुए पात्र
डिजिटल डेस्क, नागपुर। जिला परिषद को देर से ही सही 113 संविदा शिक्षक मिल गए हैं। सेवानिवृत्त शिक्षकों की अस्थायी तौर पर नियुक्ति की गई। समुपदेशन से नियुक्ति प्रक्रिया पूरी की गई। समुपदेशन में जिप पदाधिकारियों को आमंत्रित किया गया था, लेकिन स्थानीय बेरोजगारों काे शिक्षक स्वयंसेवक नियुक्त करने की भूमिका पर अड़े रहते हुए सरकार के आदेश पर की गई सेवानिवृत्त शिक्षकों की संविदा शिक्षक नियुक्ति प्रक्रिया से किनारा किया गया।
शिक्षा आयुक्त के निर्देश पर भर्ती : शिक्षा आयुक्त के निर्देश पर जिला परिषद में शिक्षकों के रिक्त पदों पर संविदा शिक्षक भर्ती प्रक्रिया पर अमल किया गया। 70 से कम उम्र के सेवानिवृत्त शिक्षकों से आवेदन मंगवाए गए। 6 दिसंबर आवेदन की अंतिम तिथि थी। 211 आवेदन प्राप्त हुए। प्राप्त आवेदनों की पड़ताल करने पर 188 आवेदन पात्र ठहराए गए। रिक्त जगह ज्वाइन करने की हामी भरने वाले 113 संविदा शिक्षकों की नियुक्ति की गई। उन्हें खनिज निधि से प्रतिमाह 20 हजार रुपए मानधन दिया जाएगा। जिले के दुर्गम क्षेत्र में शिक्षकों के रिक्त पद भरने को प्राथमिकता दी गई। नागपुर शहर के आसपास रिक्त जगह पर नियुक्ति नहीं मिलने से अनेक आवेदनकों ने ज्वाइन करने से इनकार किया। सेवानिवृत्ति के बाद नागपुर में बसने वाले अधिकांश शिक्षकों ने दुर्गम क्षेत्र में जाने से असमर्थता जताने की सूत्रों ने जानकारी दी है। शिक्षकों के दुर्गम क्षेत्र में जाने से असमर्थता जताने से दुर्गम क्षेत्रों की शालाओं में शिक्षकों की कमी बनी रहने की संभावना से इंकार नहीं किया जा सकता।
समुपदेशन में पदाधिकारी नदारद : जिला परिषद पदाधिकारी स्थानीय सुशिक्षित बेरोजगारों को शिक्षकों के रिक्त पदों पर नियुक्त करने के पक्ष में हैं। जिप आमसभा, स्थायी समिति और शिक्षण समिति में स्थानीय बेरोजगारों को शिक्षक स्वयंसेवक नियुक्त करने के प्रस्ताव पारित किए जा चुके हैं। शिक्षा आयुक्त ने सेवानिवृत्त शिक्षकों की संविदा शिक्षक नियुक्ति प्रक्रिया पर अमल करने का पत्र भेजा है। शिक्षा विभाग ने आयुक्त के आदेश पर अमल किया। सेवानिवृत्त शिक्षकों से आवेदन मंगवाए गए। प्राप्त आवेदनकों की पड़ताल कर पात्र उम्मीदवारों का समुपदेशन कर नियुक्ति प्रक्रिया पूरी की गई। जिप पदाधिकारी स्थानीय बेरोजगारों को शिक्षक स्वयंसेवक नियुक्त करने की भूमिका पर अड़े रहे समुपदेशन प्रक्रिया में आमंत्रित करने पर भी नदारद रहे।