सफर: अविस्मरणीय दर्शन इंदौर से चलकर नागपुर होते हुए जाएगी भारत गौरव पर्यटन ट्रेन
दक्षिण की यात्रा, 10 रातें व 11 दिन
डिजिटल डेस्क, नागपुर। भारत गौरव पर्यटन ट्रेन से नागपुरवासियों को दक्षिण भारत का भ्रमण करने का मौका मिलेगा। आईआरसीटीसी की ओर से यह पर्यटन ट्रेन चलाई जाने वाली है, जो मार्च महीने में नागपुर स्टेशन से हो कर गुजरेगी। इस भ्रमण के दौरान कुल 10 रातें व 11 दिन घूमने का मौका मिलेगा।
पर्यटन को बढ़ावा देना उद्देश्य : रेल मंत्रालय ने देश के विभिन्न क्षेत्रों से भारत सरकार द्वारा परिकल्पित देखो अपना देश और एक भारत श्रेष्ठ की पर्यटन अवधारणाओं को बढ़ावा देने के लिए भारत गौरव पर्यटन ट्रेन का संचालन शुरू किया है। भारतीय रेलवे अंतरराष्ट्रीय व और घरेलू क्षेत्र में आकर्षक पर्यटन को लेकर सुविधाएं मुहैया करवा रही है। भारतीय रेलवे की इस थीम आधारित ट्रेनों की परिकल्पना घरेलू पर्यटकों के साथ-साथ अंतरराष्ट्रीय पर्यटकों को भारत की समृद्ध सांस्कृतिक और धार्मिक विरासत से अवगत कराने के लिए की गई है।
इन स्थानों के होंगे दर्शन : मध्य प्रदेश के तीर्थ यात्रियों के लिए इंडियन रेलवे कैटरिंग एंड टूरिज्म कार्पोरेशन लिमिटेड की ओर से भारत गौरव ट्रेन का संचालन किया जा रहा है। 5 मार्च को इंदौर शहर से दक्षिण दर्शन यात्रा के लिए यह ट्रेन रवाना होगी। यह ट्रेन मध्यप्रदेश के इंदौर, देवास, उज्जैन, शुजालपुर, सिहोर, रानी कमलापति, इटारसी एवं नागपुर स्टेशन से होते हुए जाएगी। ऐसे में नागपुर से यात्री इसमें सवार हो सकते हैं। 10 रातें व 11 दिनों की यह यात्रा मल्लिकार्जुन, तिरूपति, रामेश्वरम, मदुराई एवं कन्याकुमारी के दर्शनीय स्थल का भ्रमण करने वाली है। इस ट्रेन की बुकिंग ऑनलाइन आईआरसीटीसी की बेवसाइड पर की जा सकती है।
दौड़ में प्रतीक दूसरे स्थान पर : बेसा. मानकापुर क्रीड़ा संकुल में आयोजित खासदार चषक मैराथन में किरनापुर के प्रतीक युवराज कनेरे ने दूसरा स्थान अर्जित किया। उनकी इस उपलब्धि के लिए सरपंच मीना कमलाकर शेंडे, पूर्व सरपंच कमलाकर लक्ष्मण शेंडे और नवक्रांति युवा मंडल और अजय क्रिकेट क्लब किरनापुर की ओर से अभिनंदन कर, उनके उज्ज्वल भविष्य की कामना की गई। प्रतीक कनेरे, नवक्रांति युवा मंडल व अजय क्रिकेट क्लब किरणापुर के सक्रिय सदस्य हैं।
खडसे को ए ग्रेड कलावंत उपाधि : विदर्भ के तबला वादक राम खडसे को आकाशवाणी द्वारा ए ग्रेड कलावंत की उपाधि दी गई है। इतनी कम उम्र में यह श्रेणी हासिल करने वाले वह विदर्भ के पहले तबला वादक हैं। दुबई में यूनेस्को द्वारा आयोजित सांस्कृतिक ओलंपियाड में स्वर्ण पदक विजेता राम खडसे, खैरागढ़ संगीत विश्वविद्यालय से मास्टर ऑफ तबला (एम.ए.) हैं और वर्तमान में संगीत अलंकार में डिग्री हासिल कर रहे हैं। उन्होंने राष्ट्रीय और अंतरराष्ट्रीय गायकों और वादकों को संगत करते हुए इस सफलता का श्रेय अपने परिवार के साथ-साथ गुरु और मार्गदर्शकों को दिया है।