कोर्ट के फैसले के बाद बिगड़ी सेहत: केदार पर फैसले का जिप में पहले दिन ही दिखा असर
चार विषय समितियों की बैठकें स्थगित
डिजिटल डेस्क, नागपुर। जिला मध्यवर्ती सहकारी बैंक घोटाले में कांग्रेस विधायक सुनील केदार के विरोध में न्यायालय के फैसले का जिला परिषद में असर देखने को मिला। जिप की 4 विषय समितियों की बैठकें स्थगित कर दी गईं। एक भी पदाधिकारी जिला परिषद में नजर नहीं आया। सजा की अवधि, विधानसभा की सदस्यता पर क्या परिणाम होगा, उत्तराधिकारी कौन रहेगा आदि विषयों को लेकर अटकलों का बाजार गर्म रहा।
महत्वपूर्ण विषय लटके : जिला परिषद के स्वास्थ्य, लोकनिर्माण, वित्त और महिला बाल कल्याण समिति की बैठकों का आयोजन किया गया था। ग्रामीण क्षेत्र के विकास से संबंधित महत्वपूर्ण विषयों पर बैठकों में चर्चा होनी अपेक्षित थी। अदालत ने केदार को दोषी करार दिए जाने का फैसला सुनाने पर जिला परिषद में हड़कंप मच गया। सभी विषय समितियों की बैठकें आनन-फानन में स्थगित कर दी गईं। कोरम पूरा नहीं होने का हवाला देकर बैठकों को स्थगित किया गया। विषय समितियों की बैठकें स्थगित किए जाने से महत्वपूर्ण विषयों पर निर्णय लटक गए।
जिप में केदार का वर्चस्व : साल 2020 में हुए जिला परिषद चुनाव में सत्ता परिवर्तन हुआ। सत्ता में केदार गुट ने वर्चस्व कायम किया। जिला परिषद पदाधिकारी चुनाव में उनका दबदबा रहा। उन्हें जिला मध्यवर्ती सहकारी बैंक घोटाले में सजा सुनाने से जिला परिषद सत्ताधारियों को करारा झटका लगा है।