आंदोलन: हिट एंड रन कानून रद्द करने की मांग , नागपुर शहर में ड्राइवरों की हड़ताल बेअसर
- उपद्रवियों ने वाहनों काे रोकने का किया प्रयास
- पुलिस ने विफल किया
- टैंकर चालक भी लौटे काम पर
डिजिटल डेस्क, नागपुर । हिट एंड रन कानून को रद्द करने की मांग को लेकर बुधवार को बुलाई गई ड्राइवरों की हड़ताल का शहर में कुछ खास असर नहीं दिखाई दिखा। दिन भर अफवाह का बाजार गर्म रहा, जिसके चलते कई ड्राइवर काम पर नहीं गए, लेकिन शाम तक स्थिति उनके समझ में आ गई थी। शाम होते तक अधिकांश ड्राइवर्स काम पर लौट आए।
पुलिस सतर्क रही : प्राप्त जानकारी के अनुसार वर्धा रोड, अमरावती रोड, भंडारा रोड पर आकर कुछ लोगों ने यातायात बाधित करने का प्रयास किया, लेकिन पुलिस ने कही भी भीड़ को जुटने नहीं दिया। पिछली बार हुई अव्यवस्था से सबक लेते हुए शहर और ग्रामीण पुलिस मोर्चे पर जुटी रही। बताया जा रहा है कि भंडारा रोड पर आंदोलनकारियों ने वाहन चला रहे ड्राइवरों के साथ हाथापाई की थी।
सोशल मीडिया पर अफवाह : हिंट एंड रन कानून को लेकर सोशल मीडिया पर काफी अफवाह फैलाई जा रही है। इसी अफवाह के चलते ड्राइवर वर्ग बार-बार भड़क रहा है। भ्रम के कारण वे गाड़ियां खड़ी कर रहे हैं। सरकार ने अब तक इस कानून को लागू नहीं किया है, लेकिन सोशल मीडिया पर ऐसी कई पोस्ट डाली जा रही है, जिसमें बताया जा रहा है कि इस कानून के कारण ड्राइवर को सजा हुई है, जबकि सरकार ने इस कानून को अब तक लागू नहीं किया है।
टैंकर ड्राइवर भी लौटे : बुधवार शाम तक टैंकर ड्राइवर भी काम पर लौट गए थे। विदर्भ पेट्रोलियम डीलर्स एसोसिएशन के अध्यक्ष अमित गुप्ता ने बताया कि हड़ताल के डर से अधिकांश टैंकर ड्राइवर काम पर नहीं आए थे, लेकिन शाम तक उनका भ्रम दूर हो चूका था और 60 से 70 प्रतिशत ड्राइवर्स काम पर लौट गए। गुरुवार से सभी टैंकर ड्राइवर काम पर लौट जाएंगे।
भ्रम दूर करे सरकार : अमित गुप्ता ने बताया कि सोशल मीडिया और अन्य माध्यमों से ड्राइवरों में इस कानून को लेकर भ्रम फैलाया जा रहा है। केंद्र सरकार को खुद आगे आकर ड्राइवरों के भ्रम को दूर करना चाहिए। अब तक सरकार की ओर से ड्राइवरों को संबोधित नहीं किया गया है, जिससे भ्रम बढ़ता जा रहा है।
मांग... काला कानून रद्द करें : नागपुर ट्रकर्स यूनिटी : नागपुर ट्रकर्स यूनिटी ने ट्रक मालिकों से इस कानून को लेकर चर्चा की। नागपुर ट्रकर्स यूनिटी के अध्यक्ष कुक्कू मारवाह ने कहा कि सरकार को इस काले कानून को तुरंत रद्द करना चाहिए। गृहमंत्री अमित शाह को सामने आकर ड्राइवरों को बताना चाहिए कि यह कानून अभी लागू नहीं हुआ है और आगे भी नहीं होगा। कोई भी कानून बनाने या लागू करने से पहले ट्रांसपोर्टरों के शीर्ष संगठनों से चर्चा की जाएगी। मारवाह ने बताया कि ड्राइवर्स अपने वाहन खड़े कर घर लौट गए हैं। उनका कहना है कि जब तक यह कानून रद्द नहीं किया जाता, तब तक वे काम पर नहीं लौटेंगे। सभा में गुल्लू ढिल्लोन, निशांत सिंह गोतरा, गुरुदयाल सिंह पड्डा, सुखचैन सिंह, ओंकारसिंह, टोनी जग्गी, अमृतपाल सिंह आदि उपस्थित थे।
अमित शाह की फोटो को पोती कालिख : ड्राइवरों की हड़ताल के समर्थन में नागपुर जिला कांग्रेस कमेटी अल्पसंख्यक विभाग द्वारा सेवा सदन चौक पर प्रदर्शन किया गया। सीए रोड पर वाहन खड़े कर धरना दिया और केंद्र सरकार के विरुद्ध नारेबाजी की गई। कुछ देर के लिए इस मार्ग पर यातायात बाधित रहा। कांग्रेस कार्यकर्ताओं ने देश के गृहमंत्री अमित शाह की फोटो पर कालिख पाेती।
प्रहार संगठन का धरना : हिट एंड रन कानून को रद्द करने की मांग को लेकर प्रहार वाहन चालक संगठन की ओर से संविधान चौक पर श्रृंखलाबद्ध अनशन शुरू किया है। उसी प्रकार संगठन की ओर से मांग की जा रही है कि दुर्घटना होने पर वाहन चालकों से मारपीट करने वालों पर कठोर कार्रवाई की जानी चाहिए।