फ्रॉड: ठग ने खोल रखा था दफ्तर युवाओं को दिखाता था सपने
बर्डी के पकोड़े वाली गली में डेरा डालकर बैठता था, पुलिस उपनिरीक्षक के बेटे को ठगने का मामला
डिजिटल डेस्क, नागपुर। उपनिरीक्षक के बेटे को नौकरी का झांसा देकर ठगने वाले आरोपी ने बर्डी में डेरा डाला था। आईटीआई से निकलते ही वह विद्यार्थियों को घेर लेता था और उन्हें सरकारी नौकरी के सपने दिखाता था। मामला बर्डी थाने में दर्ज है। आरोपी की गिरफ्तारी होना बाकी है।
नेताओं का करीबी बताता था : आरोपी ठग सुधीर नारायण चाफले (50) वर्धा जिला के समुद्रपुर तहसील अंतर्गत लोखड़ी का निवासी है। वह स्वयं घोषित नेता है। विविध राजनीतिक पार्टियों के नेताओं के साथ घूमता रहता है। नेताओं से करीबी संबंध होने से विविध सरकारी विभागों के आला अधिकारियों से भी करीबी संबंध होने का हवाला देकर उसने कई बेरोजगारों को अपने चंगुल में फांसा है। इसके लिए सुधीर ने बर्डी के पकोड़े वाली गली में अपना दफ्तर खोल रखा था। आईटीआई के विद्यार्थियों से वहीं पर िमलता था और उन्हें सरकारी नौकरी के सुनहरे सपने दिखाता था। इस तरह से उसने सेवानिवृत्त उपनिरीक्षक रवींद्र हुमने के बेटे को भी घेर लिया था। उसे भी वन विभाग और वेकोलि में नौकरी लगा देने का झांसा देकर करीब सवा दो लाख रुपए से ठगा है। बेटे ने पिता से यह बात छुपाकर रखी। उसे डर था कि पिता पुलिस अधिकारी होने से उसे फटकार लगाएंगे। घटित प्रकरण का पता चलने पर पिता ने आगे होकर इसकी शिकायत की। कॉफी मशक्कत के बाद बर्डी थाने में प्रकरण तो दर्ज किया गया, लेकिन अभी तक आरोपी की गिरफ्तारी होना बाकी है।