सुसाइड: निलंबित अभियंता ने की आत्महत्या
- रिश्वत लेते हुए भ्रष्टाचार प्रतिबंधक विभाग ने पकड़ा था
- बरामद सुसाइड नोट में आत्मघाती कदम उठाने का जिक्र
डिजिटल डेस्क, नागपुर। बिजली विभाग के निलंबित अभियंता की फांसी लगाने से मौत हो गई। घटना का पता चलते ही भाजपा के स्थानीय पदाधिकारी मौके पर पहुंचे। बरामद सुसाइड नोट के आधार पर प्रताप नगर थाने में आकस्मिक मृत्यु का प्रकरण दर्ज किया गया है। अभियंता का नाम रवींद्र नगर निवासी प्रशांत मारोती भाजीपाले (53) है।
तनाव में था : प्रशांत ने बिजली विभाग के बिनाकी स्थित उप विभाग में अति. कार्यकारी अभियंता रहते हुए सितंबर 2022 में बिजली कनेक्शन देने के बदले में किसी व्यक्ति से 2 हजार रुपए की रिश्वत मांगी थी। स्थानीय भ्रष्टाचार प्रतिबंधक विभाग की टीम ने रिश्वत लेते हुए उसे रंगेहाथ पकड़ा था। उस घटना के बाद विभाग ने उसे निलंबित कर दिया था। थाने में प्रकरण दर्ज होने से उसकी गिरफ्तारी भी हुई थी। उसकी चल-अचल संपत्ति की जांच-पड़ताल भी की गई थी। वर्तमान में यह मामला कोर्ट में विचराधीन है। इससे वह भारी तनाव में था।
घर में कोई नहीं था : शुक्रवार को परिवार के सदस्य बाहर गए हुए थे। घर में वह अकेला था। इस बीच मौका देखकर उसने फांसी लगा ली, जिससे उसकी मौत हो गई। दोपहर करीब 3 बजे परिवार के सदस्य घर लौटे, तो घटना का खुलासा हुआ। वह स्थानीय भाजपा नेता का करीबी था। घटना का पता चलते ही भाजपा के पदाधिकारी व प्रताप नगर थाने की पुलिस मौके पर पहुंची। तलाशी के दौरान पुलिस के हाथ सुसाइड नोट लगा है, जिसमें तबीयत ठीक नहीं रहने से आत्मघाती कदम उठाने का जिक्र किया है। इसके लिए किसी को जिम्मेदार नहीं ठहराने का उल्लेख किया है। वह एक ही मकान में अलग कमरों में संयुक्त परिवार के साथ रहता था। उसकी पत्नी, एक बेटा और बेटी है।