रंगे हाथ: अधीक्षक 40 हजार और हवलदार 3 हजार की रिश्वत लेते गिरफ्तार

  • रिश्वत लेते गिरफ्तार
  • अधीक्षक 40 हजार और हवलदार 3 हजार ले रहे थे

Bhaskar Hindi
Update: 2023-10-19 09:43 GMT

डिजिटल डेस्क, नागपुर. शहर में वेतन व भविष्य निर्वाह निधि (माध्यमिक) कार्यालय के अधीक्षक को 40 हजार रुपए और सदर थाने के हवलदार को 3 हजार रुपए की रिश्वत लेते हुए एसीबी के दस्ते ने धर-दबोचा। गिरफ्तार आरोपियों में अधीक्षक प्रमोद झांगोजी सोनटक्के (53) फ्लैट नंबर 507, पांचवीं मंजिल लाइफ स्टाइल सोसाइटी नागपुर और हवलदार शेख जमील शेख महबूब (55) प्लॉट नं. 70, नेहरू कॉलोनी, पेंशन नगर निवासी का समावेश है। आरोपी प्रमोद को उनके कार्यालय और हवलदार को थाने के अंदर रिश्वत लेते पकड़ा गया। अधीक्षक और हवलदार के घर की तलाशी ली गई। दोनों कार्रवाई एसीबी के अलग-अलग दस्ते ने की।

केस - 1

13.30 लाख के बिल का भुगतान बाकी था, मांगे थे 50 हजार रुपए

एसीबी सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार, शिकायतकर्ता एक सेवानिवृत्त मुख्याध्यापक हैं, उनकी अर्जित अवकाश नकदीकरण बिल करीब 13,30,113 रुपए का भुगतान शासन के पास बकाया था। एक त्रुटि (खामी) के चलते ट्रेजरी कार्यालय में बिल वापस कर दिया गया था। शीघ्र मंजूरी के लिए अधीक्षक प्रमोद सोनटक्के ने शिकायतकर्ता से 50 हजार रुपए की रिश्वत की मांग की। अंत में शिकायतकर्ता से करीब 40 हजार रुपए रिश्वत की रकम स्वीकार करते हुए बुधवार काे एसीबी के दस्ते ने अधीक्षक प्रमोद सोनटक्के को दबोच लिया।

60 वर्षीय शिकायतकर्ता हाल ही में सेवानिवृत्त हुए थे। उनकी उक्त रकम शासन की ओर बकाया था, जो उनके सेवाकाल के दौरान किसी कारणवश रुका हुआ था। यह मामला ट्रेजरी कार्यालय में विचाराधीन था। सेवानिवृत्त मुख्याध्यापक की आरोपी प्रमोद के साथ मुलाकात होने पर उन्होंने जल्द निपटारा करने की बात की। इसके बदले में रिश्वत मांगी। शिकायतकर्ता यह रकम देना नहीं चाहते थे, इसलिए उन्होंने एसीबी कार्यालय में प्रमोद के खिलाफ शिकायत की। इस मामले की 18 अक्टूबर को छानबीन पूरी करने के बाद एसीबी के दस्ते ने कार्रवाई की योजना बनाई। इसके बाद अधीक्षक प्रमोद सोनटक्के को उनके कार्यालय में रिश्वत लेते गिरफ्तार किया गया। उनके खिलाफ सदर थाने में रिश्वतखोरी का मामला दर्ज किया गया है।

केस - 2

दुर्घटना के मामले से बचाने के लिए मांगी पांच हजार रुपए की रिश्वत

शिकायतकर्ता 56 वर्षीय व्यक्ति के खिलाफ सदर थाने में दुर्घटना का एक मामला दर्ज हुआ था। इस मामले की छानबीन सदर थाने के हवलदार शेख जमील शेख मेहबूब कर रहे थे। शिकायतकर्ता को छुटकारा दिलाने के बदले में हवलदार शेख जमील ने उससे 5 हजार रुपए की रिश्वत की मांग की। शिकायतकर्ता ने रकम अधिक होने की बात कही, तो आरोपी हवलदार शेख जमील ने उससे 3 हजार रुपए की मांग की। शिकायतकर्ता ने इसकी एसीबी कार्यालय में शिकायत कर दी। एसीबी के दस्ते ने वरिष्ठ अधिकारियों के मार्गदर्शन में मामले की छानबीन करते हुए 18 अक्टूबर को जाल बिछाकर आरोपी हवलदार शेख जमील को धर-दबोचा। हवलदार के खिलाफ सदर थाने में मामला दर्ज कर लिया गया है।

एसीबी के अधीक्षक राहुल माकणीकर, अपर अधीक्षक संजय पुरंदरे, उपअधीक्षक अनामिका मिर्जापुरे के मार्गदर्शन में अलग- अलग दस्ते ने कार्रवाई की। आरोपी प्रमोद सोनटक्के के खिलाफ पुलिस निरीक्षक प्रवीण लाकडे, नायब सिपाही सारंग बालपांडे, आशू श्रीरामे, अस्मिता मेश्राम, नायब सिपाही प्रफुल बांगडे, राजू जांभुलकर ने कार्रवाई की। आरोपी हवलदार शेख जमील के खिलाफ पुलिस निरीक्षक शिवशंकर खेडेकर, महिला नायब सिपाही अस्मिता मल्लेलवार, राहुल बराई, पंकज अवचट, सिपाही सचिन किन्हेकर, चालक सिपाही विनोद नायगामकर ने कार्रवाई में सहयोग किया।

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