सौगात: उपराजधानी को मिलने जा रहे हैं बिजली के 4 सब स्टेशन, गर्मी में हुई थी रिकार्ड खपत
- गर्मी की चुनौती से निपटने अभी से तैयारी
- इस बार गर्मी में हुई थी बिजली की रिकार्ड खपत
डिजिटल डेस्क, नागपुर। इस बार पड़ी भीषण गर्मी से बिजली की रिकार्ड खपत हुई थी और इससे निपटने के लिए महावितरण के पसीने छुट गए थे। गर्मी के मौसम में आनेवाली इस चुनौती से निपटने के लिए महावितरण ने अभी से कमर कस ली है। शहर में चार सब स्टेशनों पर काम चल रहा है और इसी साल के अंत में ये सब स्टेशन काम करना शुरू कर देंगे। जाटतरोडी में 132/33 केवी सब स्टेशन का काम शुरू हो गया है। अगले पांच महीने में यह बनकर पूरीतरह तैयार हो जाएगा। इसीतरह बेसा, श्रीकृष्णनगर व मानेवाडा में सब स्टेशन के लिए जगह तय होने के साथ ही टेंडर प्रक्रिया भी शुरू हो गई है। ये तीनों सब स्टेशन भी अगले छह महीने में बनकर तैयार हो जाएंगे। महावितरण को यहां से बिजली मिलना शुरू हो जाएगा। इसके बाद यहीं बिजली उपभोक्ताओं के घरों तक पहुंचेगी। ये तीनों सब स्टेशन 33/11 केवी है। ये चारों सब स्टेशन शहर की बढ़ती बिजली की मांग को पूरा करने में सक्षम रहेंगे।
इस बार की गर्मी में बिजली की रिकार्ड खपत हुई। सामान्यत: जिले में 700 मेगावाट तक बिजली की मांग होती है, लेकिन इस बार गर्मी के दिनों में यह बिजली की यह मांग बढ़कर 900 मेगावाट तक पहुंच गई थी। अचानक बढ़ी बिजली की मांग को पूरा करने के लिए महावितरण को काफी कसरत करनी पड़ी थी। कई बार एक फीडर से लोड लेकर दूसरे फीडर पर देना पड़ा। अतिरिक्त लोड खींचने में कई बार बिजली विभाग के संसाधन भी कमजोर पड़ गए थे। अतिरिक्त लोड बढ़ने से बार-बार ट्रिपिंंग, एलटी जाने, ट्रांसफार्मर व केबल जलने की घटनाएं हुई थी। विशेषकर आउटर इलाके की नई बस्तियों में बिजली गुल की समस्या चरम पर रही।
बुनियादी ढांचा भी अपडेट किया जा रहा
मानसून के दौरान बिजली की मांग कम होने के साथ ही बिजली गुल होने की समस्या भी कम होती है। इसलिए महावितरण की तरफ से इस सीजन में बिजली के बुनियादी ढांचे को अपडेट किया जा रहा है। नए ट्रांसफार्मर लगाना, पुराने ट्रांसफार्मरों की क्षमता बढ़ाना, नए केबल व फीडर लगाने का काम चल रहा है। गर्मी के दिनों में बुनियादी ढांचा अपडेट व मजबूत रहना जरूरी होता है। फीडर सेपरेशन, बिजली हानि में कमी व नई बिजली लाइनें बिछाने का काम भी किया जा रहा है।
बेसा सब स्टेशन को कर रहे अपग्रेड
132 केवी बेसा सब स्टेशन के ढांचे को भी अपग्रेड किया जा रहा है। यहां नए ट्रांसफार्मर लगाए गए है। शहर के एक बड़े हिस्से को यहां से बिजली आपूर्ति होती है। यह महापारेषण का सब स्टेशन है। यहां से बिजली महावितरण को मिलती है, उसके बाद महावितरण लोगों के घरों तक बिजली आपूर्ति करता है।
इसी साल हो जाएंगे क्रियान्वित
महावितरण के सूत्रों ने बताया कि शहर में जिन चार सब स्टेशनों पर काम चल रहा है, वह इसी साल क्रियान्वित हो जाएंगे। गर्मी की चुनौती से निपटने में यह कारगर साबित होंगे। नागपुर में बिजली की खपत तेजी से बढ़ रही है। इसे देखते हुए सब स्टेशन बनाना जरूरी हो गया था। जाटतरोडी का सब स्टेशन महापारेषण का व अन्य तीन सब स्टेशन महावितरण के है।