नागपुर: विवेकानंद स्मारक के स्थानांतरण पर होगा अध्ययन, 9 माह का मांगा गया है समय

  • स्मारक को हटाने के लिए तैयार रहेंगे
  • मनपा का दावा खारिज

Bhaskar Hindi
Update: 2024-06-11 12:57 GMT

डिजिटल डेस्क, नागपुर. बॉम्बे हाई कोर्ट के नागपुर खंडपीठ ने अंबाझरी स्थित स्वामी विवेकानंद स्मारक को उपयुक्त स्थान पर स्थानांतरित करने के संबंध में राज्य सरकार द्वारा गठित उच्च स्तरीय समिति को 10 जून तक निर्णय लेने के आदेश दिए थे। इसी के चलते नागपुर विभागीय आयुक्त विजयालक्ष्मी बिदरी ने हाई कोर्ट में शपथ-पत्र दायर करते हुए विवेकानंद स्मारक के स्थानांतरण को लेकर अध्ययन के लिए 9 महीने का समय देने का कोर्ट से अनुरोध किया है। पुणे स्थित सेंट्रल वॉटर एंड पावर रिसर्च स्टेशन को विवेकानंद स्मारक और नाग नदी का हाइड्रोलिक अध्ययन एवं रिपोर्ट तैयार करने के लिए कुल 9 महीने का समय लगने वाला है। इसलिए कोर्ट से इस अवधि की मांग की गई है। इस मामले पर अब 12 जून को सुनवाई होगी।

यह है मामला : शिकायत में कहा गया है कि मनपा, नासुप्र और महामेट्रो इन तीनों प्रशासनों की ओर से अंबाझरी व नाग नदी परिसर में किया हुआ निर्माण गलत है। इस कारण पिछले साल सितंबर महीने में इस परिसर में बाढ़ आई और हजारों लोगों को नुकसान सहना पड़ा। इसलिए मामले की न्यायालयीन जांच की मांग करते हुए नुकसानग्रस्त रामगोपाल बचुका, जयश्री बनसोड, नत्थुजी टिक्कस ने नागपुर खंडपीठ में जनहित याचिका दायर की है। याचिका में अंबाझरी तालाब और नाग नदी परिसर के अवैध निर्माणों पर सवाल उठाया गया है।

मनपा का दावा खारिज

मनपा ने पहले अंबाझरी तालाब के पास निर्मित विवेकानंद स्मारक "नो डेवलपमेंट जोन' में बनाए जाने की बात स्वीकार की थी, लेकिन तीन दिन के भीतर ही मनपा ने इस बात से यू-टर्न लेते हुए विवेकानंद स्मारक "नो डेवलपमेंट जोन' में नहीं बल्कि "रिक्रिएशन जोन' में आने का दावा किया था। पिछली सुनवाई में कोर्ट ने सिंचाई विभाग के सर्कुलर के आधार पर स्मारक प्रतिबंधित क्षेत्र में आने की बात स्वीकार करते हुए मनपा के दावा को खारिज कर दिया। साथ ही कोर्ट ने उच्च स्तरीय समिति को विवेकानंद स्मारक के स्थानांतरण पर निर्णय लेने के आदेश दिए थे।

तो स्मारक को हटाने के लिए तैयार रहेंगे

दायर शपथ-पत्र में विभागीय आयुक्त ने बताया कि उच्च स्तरीय समिति ने स्वामी विवेकानंद स्मारक के स्थानांतरण को लेकर सेंट्रल वॉटर एंड पावर रिसर्च स्टेशन के वैज्ञानिकों के साथ चर्चा की। इसके बाद 21 मई 2024 को इन वैज्ञानिकों ने नागपुर में आकर अंबाझरी बांध, विवेकानंद स्मारक का निरीक्षण करते हुए स्मारक और नाग नदी हाइड्रोलिक का अध्ययन कर रिपोर्ट तैयार करने के लिए 9 महीने के समय मांग की है। सेंट्रल वॉटर एंड पावर रिसर्च स्टेशन के रिपोर्ट में यह पाया जाता है कि विवेकानंद स्मारक भविष्य में बाढ का कारण बनता है, तो उसे हटाने के लिए तैयार रहेंगे। इस बीच मनपा स्मारक के स्थानांतरण करने के लिए वैकल्पिक जगह की तलाश करेगी।

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