नागपुर: ठेकाकर्मियों की 27 दिन से हड़ताल जारी, कामकाज हो रहा है प्रभावित
- जब तक समायोजन नहीं, तब तक आंंदोलन वापस नहीं
- प्रभावित कामकाज
डिजिटल डेस्क, नागपुर. सरकार ने शहरी व ग्रामीण के स्वास्थ्य क्षेत्र में सेवा दे रहे ठेका कर्मचारियों काे सरकारी सेवा में समायोजित करने का आश्वासन दिया था। इस बात को 9 साल हो चुके हैं, इसलिए सरकारी सेवा में समायोजित करने की मांग को लेकर राज्य भर के स्वास्थ्य मिशन के कर्मचारी हड़ताल पर हैं। हड़ताल को 27 दिन हो चुके हैं। हड़ताल के चलते शहरी व ग्रामीण क्षेत्र में बच्चों का नियमित टीकाकरण कार्यक्रम प्रभावित हुआ है। इसके अलावा सरकार के स्वास्थ्य विभाग तक भेजी जाने वाली हर रोज की रिपोर्ट का काम भी बंद है।
बरसों से दे रहे हैं सेवा
कर्मचारियों की हड़ताल के कारण आयुष्मान भारत योजना अंतर्गत आयोजित शिविरों पर असर हुआ है। विविध सरकारी पोर्टल पर होने वाली डाटा एंट्री का काम प्रभावित है। राष्ट्रीय स्वास्थ्य मिशन अंतर्गत चलायी जाने वाली विविध योजनाओं में अधिकाधिक ठेका कर्मचारी हैं, जो बरसों से सेवा दे रहे हैं।
ग्रामीण व दुर्गम क्षेत्र में स्वास्थ्य सेवा चरमराई : स्वास्थ्य सेवा में ठेका पद्धति पर काम करने वाले कर्मचारी सरकारी सेवा में समायोजन के लिए 25 अक्टूबर से हड़ताल पर हैं। हड़ताल में राष्ट्रीय स्वास्थ्य मिशन के कर्मचारियों का समावेश है। हड़ताल के कारण शहरी व ग्रामीण क्षेत्र में मनुष्यबल कम हो चुका है, इस कारण ग्रामीण व दुर्गम क्षेत्र में स्वास्थ्य सेवा चरमरा चुकी है। नगर पालिका, जिला परिषद, महानगर पालिका से संबंधित स्वास्थ्य केंद्र, अस्पताल, जिला अस्पताल, प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र आदि का कामकाज प्रभावित है। नागपुर जिले के 1040 से अधिक कर्मचारी हड़ताल में शामिल हैं। इनमें नर्सेस, सफाई कर्मचारी, प्रयोगशाला विशेषज्ञ, डाटा एंट्री ऑपरेटर, चिकित्सा अधिकारी व अन्य सहायक कर्मचारियों का समावेश है। जब तक सरकार उन्हें समायोजित नहीं करती, तब तक हड़लाल वापिस नहीं ली जाएगी, ऐसी चेतावनी दी गई है।