सख्ती: महाज्योति योजना का लाभ उठा रहे सरकारी कर्मचारी पर होगी कार्रवाई
प्रशिक्षण कार्यक्रम से किया जाएगा बाहर
डिजिटल डेस्क, नागपुर। महाज्योति की तरफ से यूपीएससी व एमपीएससी के प्रशिक्षण के लिए विद्यार्थियों का चयन किया गया है। प्रशिक्षण का पूरा खर्च महाज्योति उठाती है आैर इस दौरान विद्यार्थी को तय मानधन भी दिया जाता है। शासकीय कर्मचारियों के भी इस योजना का लाभ लेने की चर्चा के बीच महाज्योति ने स्पष्ट किया कि शासकीय कर्मचारी या अधिकारी इस योजना का लाभ लेते पाए गए, तो उसके खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी। साथ ही संबंधित व्यक्ति को प्रशिक्षण कार्यक्रम से भी बाहर कर दिया जाएगा।
छात्रवृत्ति को लेकर खुलासा : महाज्योति के प्रबंध निदेशक राजेश खवले ने स्पष्ट किया कि यूपीएससी, एमपीएससी के ग्रुप बी और सी प्रशिक्षण का परिणाम हाल ही में घोषित किया गया है। चयनित उम्मीदवारों को प्रशिक्षण संस्थानों में शामिल होने के लिए 15 दिसंबर 2023 तक का समय दिया गया है। फिलहाल किसी छात्र ने ज्वाइन नहीं किया है। इसलिए किसी भी अधिकारी को वेतन के साथ छात्रवृत्ति देने का सवाल ही नहीं उठता। हालाँकि, महाज्योति ने पहले ही एक सर्कुलर जारी कर कहा है कि सरकारी सेवाओं के साथ-साथ कंपनियों में काम करने वाले उम्मीदवारों को महाज्योति की छात्रवृत्ति का लाभ नहीं मिलेगा।
हटा दिया जाएगा नाम : यदि कोई प्रशिक्षु सरकारी सेवा में है और फिर भी जानकारी छिपाकर प्रशिक्षण कार्यक्रम में शामिल होता है, तो उसका नाम प्रशिक्षण कार्यक्रम से हटाने की कार्रवाई की जाएगी। यदि किसी के पास लाभान्वित होने वाले किसी सरकारी कर्मचारी के बारे में जानकारी है, तो महाज्योति कार्यालय को सूचित करने की अपील की गई है। किसी भी प्रकार के अयोग्य विद्यार्थी प्रशिक्षण का लाभ लेते हुए पाए गए तो उनके विरुद्ध कार्रवाई करने की चेतावनी महाज्योति की तरफ से दी गई है।