खुलासा: सेंट विन्सेंट स्कूल का कारनामा, दो स्कूलों में पढ़ रहा एक ही विद्यार्थी

  • यू-डायस पोर्टल पर दूसरे स्कूल में नाम
  • अस्तित्व बचाने का अनोखा फार्मूला
  • 3 स्कूलों में विद्यार्थियों का घालमेल

Bhaskar Hindi
Update: 2024-05-19 12:36 GMT

डिजिटल डेस्क, नागपुर। नामचीन स्कूलों में प्रवेश के लिए कतारें लग रही हैं। वहीं अनेक स्कूलों को अस्तित्व बचाने की चिंता सता रही है। अपनी ही संस्था के दूसरे स्कूल के विद्यार्थियों को रिकार्ड पर दिखाकर स्कूल की मान्यता बचाने का खेल सामने आया है। मामला सेंट विन्सेंट स्कूल का है। रिश्वत प्रतिबंधक विभाग की तलाशी में घर से 68 लाख नकद बरामद होने पर चर्चा में आए विजय वाटकर दो शिक्षण संस्थाओं के सचिव हैं। सेंट इग्निशियस एज्युकेशन सोसाइटी और महिला शिक्षण संस्था यह उनकी दो संस्थाएं हैं। अपने ही संस्थाओं के 3 स्कूलों में विद्यार्थियों के नाम का घालमेल कर स्कूलों की मान्यता बचाने के लिए छटपटा रहे हैं।

गणेश नगर स्कूल में 9 और अमित विद्या मंदिर में 27 नाम

सेंट इग्निशियस एजुकेशन सोसाइटी के माध्यम से मानेवाड़ा रिंग रोड पर सेंट विन्सेंट स्कूल संचालित किया जा रहा है। इस स्कूल में पढ़ रहे विद्यार्थियों के नाम उन्हीं की संस्था के माध्यम से चलाए जा रहे अमित विद्या मंदिर और गणेश नगर कन्या विद्यालय के यू-डायस पोर्टल पर दर्ज हैं। अमित विद्या मंदिर यह स्कूल सेंट इग्निशियस एज्युकेशन सोसाइटी और गणेश नगर कन्या विद्यालय यह स्कूल महिला शिक्षण संस्था द्वारा संचालित किया जा रहा है।

सूचना का अधिकार से खुली पोल

संस्था के पूर्व संचालक इग्निशियस बैस्टीन ने सूचना का अधिकार अंतर्गत प्राथमिक शिक्षा विभाग से अमित विद्या मंदिर के आठवीं कक्षा के विद्यार्थियों की यू-डायस पर उपलब्ध जानकारी मांगने पर 33 विद्यार्थियों की सूची दी गई। उसमें से 27 विद्यार्थी सेंट विन्सेंट स्कूल के विद्यार्थी हैं। वहीं गणेश नगर कन्या विद्यालय से प्राप्त हुई यू-डायस की सूची में से 9 छात्राएं सेंट विन्सेंट स्कूल में पढ़ती हैं। आठवीं कक्षा के परीक्षा परिणाम सामने आने पर यह साफ हो गया है। उन्हें सेंट विन्सेंट स्कूल की मार्कशीट दी गई है। शिक्षण संस्था सचिव विजय वाटकर के पुत्र अमेय वाटकर सेंट विन्सेंट स्कूल के मुख्याध्यापक हैं।

जांच में कुछ नहीं लगा हाथ

संस्था द्वारा अपने स्कूलों में विद्यार्थियों के घालमेल की संस्था के पूर्व संचालक इग्निशियस बैस्टीन ने जिप के प्राथमिक शिक्षा विभाग से शिकायत की थी। शिक्षणाधिकारी ने शालेय पोषण आहार अधीक्षक प्रमोद नाट की अध्यक्षता में 3 सदस्यीय जांच कमेटी गठित की। कमेटी ने जांच कर शिक्षणाधिकारी को रिपोर्ट सौंप दी है। जांच में कमेटी के हाथ कुछ भी नहीं लगने की सूत्रों ने जानकारी दी।

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