नागपुर: मोदी की फोटो पर कालिख - कुणाल व अजित गिरफ्तार, सावरकर मामले में भी परेशानी बढ़ने के आसार
- सावरकर से जुड़ा मामला भी गर्म
- मोदी की फोटो पर कालिख पोती
- दो गिरफ्तार
डिजिटल डेस्क, नागपुर. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की फोटो पर काला रंग पोतने के मामले में युवक कांग्रेस के प्रदेश अध्यक्ष कुणाल राऊत व अखिल भारतीय युवक कांग्रेस के सचिव अजित सिंह को पुलिस ने गिरफ्तार किया है। गिरफ्तारी को लेकर राजनीति गर्माने लगी है। राऊत समर्थकों ने इस मामले को भाजपा की मनमानी ठहराया है वहीं भाजपा कार्यकर्ताओं की ओर से कुणाल के विराेध में सावरकर मामले में भी प्रकरण दर्ज करने की मांग की जा रही है। शनिवार को कुणाल राऊत ने जिला परिषद कार्यालय परिसर में समर्थकों के साथ प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के विरोध में प्रदर्शन किया। सरकारी योजना को लेकर मराठी में छपे एक बैनर में मोदी सरकार की गारंटी लिखा था। कुणाल ने यह कहते हुए मोदी शब्द हटाया कि सरकार मोदी नहीं, भारत की है। उन्होंने मोदी के स्थान पर भारत लिखी पट्टी चिपकाई। साथ ही उस बैनर में मोदी की फोटो लगी थी, जिस पर कुणाल ने काला रंग पोत दिया। प्रधानमंत्री के विरोध में नारेबाजी की गई।
नोटिस भेजा, थाने बुलवाया
रविवार को इस मामले को लेकर पुलिस प्रशासन ने राऊत को नोटिस भेजा। पुलिस उपायुक्त अर्चित चांडक के निर्देश पर सदर थाने की पुलिस ने कुणाल व उसके सहयोगियों के थाने में बुलवाया। कुणाल अपने समर्थकों के साथ कुही में थे। वे युवक कांग्रेस के किसी कार्यक्रम के सिलसिले में कुही गए थे। कुही पुलिस की मदद से कुणाल व अजित को सदर थाने में लाया गया। वहां दोनों के विरुद्ध प्रकरण दर्ज कर गिरफ्तार किया गया। इस बीच कुणाल को मेडिकल जांच के लिए अस्पताल ले जाया गया। तब उनके समर्थकों ने सदर थाने में जमाकर पुलिस पर मनमानी करने के आरोप लगाए। धारा 4 ए सीआरपीसी के तहत कार्रवाई की जा रही है। कुणाल व अजित पर आरोप है कि उन्होंने बिना अनुमति सरकारी स्थान पर प्रदर्शन कर सरकारी काम में बाधा डालने का कार्य किया।
सावरकर से जुड़ा मामला भी गर्म
इससे पहले रातुम विद्यापीठ परिसर में कुणाल ने समर्थकों के साथ मिलकर प्रदर्शन किया था। हिंदूवादी नेता विनायक सावरकर का प्रतीकात्मक पुतला फूंका। लिहाजा दूसरे दिन कुणाल के विरोध में भाजयुमो व अभाविप के कार्यकर्ताओं ने प्रदर्शन किया। सावरकर के अपमान का आरोप लगाते हुए कुणाल को गिरफ्तार करने की मांग की। इस प्रकरण में अंबाझरी पुलिस को फोन पर शिकायत दी गई है। मामले को लेकर विद्यापीठ के सीनेट सदस्यों की बैठक भी हुई है।