सराफा: चार दिन में 5200 रुपए घटे चांदी के दाम, जारी बढ़त का सिलसिला अब थम गया
डिजिटल डेस्क, नागपुर। पिछले कुछ दिनाें से चांदी के दाम में जारी बढ़त का सिलसिला थम गया है। सोमवार को शहर के सर्राफा बाजार में चांदी 79800 रुपए प्रति किलो बिकी। शनिवार के मुकाबले चांदी के दाम में 3000 रुपए प्रति किलो की गिरावट दर्ज की गई है। इस माह चांदी के दाम 5200 रुपए प्रति किलो तक घटे है। 1 अगस्त को चांदी 85000 रुपए के स्तर पर पहुंच गई थी, इसके बाद इसके दाम लगातार कम हुए है। चांदी के मुकाबले सोने में कुछ खास उठापटक नहीं दिखाई दी, इस माह सोने के दाम में 800 रुपए प्रति 10 ग्राम की गिरावट आई है। 1 अगस्त को शहर में सोना 70300 रुपए बिका था, जो सोमवार को 69500 रुपए के स्तर पर आ गया।
तारीक सोना चांदी
1 अगस्त 70300 85000
2 अगस्त 71000 84600
3 अगस्त 70600 82800
5 अगस्त 69500 79800
27 अगस्त को बंद रहेगी मंडियां
वहीं फेडरेशन ऑफ एसोसिएशन ऑफ महाराष्ट्र (मुंबई), महाराष्ट्र चेंबर ऑफ कॉमर्स, इंडस्ट्रीज एंड एग्रीकल्चर (मुंबई), चेंबर ऑफ एसोसिएशन्स ऑफ महाराष्ट्र इंडस्ट्रीज एंड ट्रेड (मुंबई), द ग्रेन राइस एंड ऑयल सीड्स मर्चेंट्स एसोसिएशन (मुंबई) और द पुना मर्चेंट्स चेंबर (पुणे) के संयुक्त तत्वावधान में महाराष्ट्र राज्य व्यापारी क्रियान्वयन समिति की ओर से रविवार 4 अगस्त को सुबह 11 बजे पुणे में राज्य की सभी कृषि उत्पादन बाजार समिति और खाद्यान्न वस्तुओं का व्यापार करने वाले व्यापारियों के लिए राज्यव्यापी सम्मेलन का आयोजन किया गया। जिसमें मुंबई, नवी मुंबई, उल्हासनगर, नाशिक, जलगांव, भुसावल, जुन्नर, नारायणगांव, चाकण, बारामती, अहमदनगर, बार्शी, लातूर, सोलापुर, कोल्हापुर, सांगली, कराड, सातारा आदि स्थानों से व्यापारी संगठनों के 150 पदाधिकारी और चेंबर के सदस्य बड़ी संख्या में शामिल हुए। सम्मेलन की अध्यक्षता ललित गांधी ने की। फेम के उपाध्यक्ष प्रताप मोटवानी ने बताया कि सम्मेलन में कृषि उत्पादन बाजार समिति की समस्याओं, लीगल मेट्रोलॉजी एक्ट और जीएसटी से संबंधित मुद्दों पर चर्चा की गई। सम्मेलन में निर्णय लिया गया कि महाराष्ट्र के सभी छह राजस्व विभागों में राज्यस्तरीय व्यापारी मेलों का आयोजन क्रियान्वयन समिति के माध्यम से किया जाएगा। शासन का ध्यान आकर्षित करने के लिए 27 अगस्त को एक दिवसीय सांकेतिक बंद किया जाएगा और इसके बाद पूरे राज्य के व्यापारी आंदोलन के लिए मुंबई में एकत्रित होंगे। इससे पूर्व, मुख्यमंत्री, दोनों उपमुख्यमंत्री और विपणन मंत्री को व्यापारियों की मांगों का प्रस्ताव प्रस्तुत किया जाएगा।