आंगनवाड़ी घोटाला: नए खुलासे से उड़े होश, दो एजेंसियों का कुछ पता नहीं, मोबाइल भी स्विच ऑफ
- रिपोर्ट स्थायी समिति के सामने पेश
- तहसीलवार एजेंसियों को अदा की गई रकम
डिजिटल डेस्क, नागपुर. जिला परिषद के महिला व बाल कल्याण विभाग में हुए आंगनवाड़ी श्रेणीवर्धन घोटाले की जांच में नया खुलासा होने की गुप्त जानकारी मिली है। 13 तहसीलों में नागपुर शहर की 2 एजेंसी और यवतमाल जिले की एक एजेंसी को बिना खरीदी के 1 करोड़, 6 लाख रुपए अदा किए गए। उनमें से नागपुर शहर की दोनों एजेंसियों का जांच कमेटी को पता नहीं मिला। कोटेशन में दिए गए मोबाइल भी स्वीच ऑफ बताए जाने की सूत्रों से जानकारी मिली।
रिपोर्ट स्थायी समिति के सामने पेश
आंगनवाड़ी श्रेणीवर्धन घोटाले की जांच रिपोर्ट सोमवार को स्थायी समिति के सामने पेश की गई। जांच रिपोर्ट पर बैठक में लंबे समय चर्चा चली। अभिप्राय में कमेटी ने स्पष्ट मत नहीं रखने पर नाराजगी जताई गई। 3 दिन में स्पष्ट अभिप्राय के साथ अंतिम रिपोर्ट पेश करने की कमेटी को मोहलत दी गई। इस बीच, उपाध्यक्ष ने सीईओ को पत्र लिखकर रिपोर्ट में सामग्री आपूर्ति करनेवाली एजेंसियों का जिक्र नहीं आने पर आपत्ति दर्ज की। जांच कमेटी ने सामग्री आपूर्ति एजेंसियों के दस्तावेज खंगालने पर नागपुर की दोनों एजेंसियों का पता नहीं मिला। कोटेशन पर दिए गए मोबाइल नंबर से संपर्क करने पर स्वीच ऑफ आने की सूत्रों ने जानकारी दी। यवतमाल के सप्लायर से मोबाइल पर संपर्क हुआ। उसे बयान दर्ज करने के लिए नागपुर बुलाए जाने की जानकारी है। संभवत: सोमवार को अंतिम रिपोर्ट पेश हो सकती है।
तहसीलवार एजेंसियों को अदा की गई रकम
तहसील एजेंसी का नाम रकम
सावनेर श्री बुक डिपो एंड जनरल स्टोर्स यवतमाल 8 लाख रुपए
भिवापुर शांभवी एजुकेशन एड्स नागपुर 6 लाख रुपए
काटोल श्री बुक डिपो एंड जनरल स्टोर्स यवतमाल 8 लाख रुपए
पारशिवनी श्री बुक डिपो एंड जनरल स्टोर्स यवतमाल 8 लाख रुपए
नागपुर श्री बुक डिपो एंड जनरल स्टोर्स यवतमाल 10 लाख रुपए
मौदा शांभवी एजुकेशन एड्स नागपुर 12 लाख रुपए
उमरेड शांभवी एजुकेशन एड्स नागपुर 6 लाख रुपए
कलमेश्वर श्री बुक डिपो एंड जनरल स्टोर्स यवतमाल 8 लाख रुपए
कामठी संजीवनी उद्योग नागपुर 8 लाख रुपए
रामटेक शांभवी एजुकेशन एड्स नागपुर 6 लाख रुपए
कुही शांभवी एजुकेशन एड्स नागपुर 6 लाख रुपए
हिंगना संजीवन उद्योग नागपुर 6 लाख रुपए
नरखेड़ श्री बुक डिपो एंड जनरल स्टोर्स यवतमाल 6 लाख रुपए