बिगड़े बोल: मोदी सरकार ने इजराइल से पेगासस और ईवीएम छेड़छाड़ का सॉफ्टवेयर लिया इसलिए युद्ध में समर्थन- संजय राऊत
संजय राऊत ने भारत सरकार द्वारा इजराइल को समर्थन देने पर निशान साधा
डिजिटल डेस्क, मुंबई। शिवसेना (उद्धव) सांसद एवं प्रवक्ता संजय राऊत ने भारत सरकार द्वारा इजराइल को समर्थन देने पर निशान साधा है। राऊत ने कहा कि मोदी सरकार को इलेक्ट्रॉनिक वोटिंग मशीन (ईवीएम) में गड़बड़ी करने का सॉफ्टवेयर इजराइल से मिला है। इसलिए मौजूदा मोदी सरकार फिलिस्तीन और इजराइल के युद्ध में इजराइल का समर्थन कर रही है। राऊत ने कहा कि जवाहरलाल नेहरू से लेकर इंदिरा गांधी और अटल बिहारी वाजपेई तक की फिलिस्तीन और इजराइल को लेकर भूमिका साफ थी। लेकिन मौजूदा सरकार की बदलती भूमिका से सवाल उठ रहे हैं। राऊत ने कहा कि नेहरू से लेकर अटल बिहारी वाजपेई की सरकार तो बदलती रहीं लेकिन देश की भूमिका नहीं बदली।
राऊत ने कहा कि केंद्र सरकार की इजराइल और फिलीस्तीन को लेकर बदलती भूमिका पर सवाल इसलिए भी उठ रहे हैं क्योंकि जब भाजपा की ही वाजपेई सरकार ने फिलिस्तीन का साथ दिया था तो अब प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी इजराइल का समर्थन क्यों कर रहे हैं। उन्होंने कहा कि इसकी मुख्य वजह यही है कि भारत ने कुछ साल पहले ही चुनाव में इस्तेमाल होने वाली ईवीएम का सॉफ्टवेयर इजराइल से लिया था। इसके साथ ही पेगासस सॉफ्टवेयर भी इजराइल से मिला था। राऊत ने कहा कि हम इजराइल के विरोध में नहीं है लेकिन इस वक्त फिलिस्तीन के साथ खड़े हैं।
फडणवीस को इतिहास समझने की जरूरत - संजय राऊत
राऊत ने उपमुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस पर निशाना साधते हुए कहा कि फडणवीस को असम के मुख्यमंत्री के बयान को भी सुनना चाहिए। राऊत ने कहा कि फडणवीस को पहले इतिहास समझने की जरूरत है उसके बाद ही फिलिस्तीन और इजराइल पर कोई बयान देना चाहिए। गौरतलब है कि बुधवार को देवेंद्र फडणवीस ने राकांपा अध्यक्ष शरद पवार पर निशाना साधा था जिसमें फडणवीस ने पवार के इजराइल के खिलाफ दिए बयान का विरोध किया था।