सुरक्षा: रेल पथ से आवारा मवेशी हटाने विशेष टीम का गठन
डिजिटल डेस्क, नागपुर। रेलवे ट्रैक के पास आवारा मवेशियों के आ जाने से गंभीर घटनाएं हो रही हैं। जिसके कारण एक ओर रेलवे का नुकसान हो रहा है, वहीं दूसरी ओर पशुहानि होना लाजमी है। लेकिन अब इसके लिए रेल प्रशासन द्वारा एक विशेष टीम का गठन किया गया है। यह टीम ऐसे हादसों पर नजर रखकर समस्या से निजात दिलाएगी। साथ ही लोगों में इसके प्रति जनजागरूकता भी की जाएगी। फलस्वरूप रेलवे को भी गाड़ियों की लेटलतीफी से कुछ हद तक राहत मिलेगी।
रेल प्रशासन ने कार्य योजना तैयार की : मवेशियों का ट्रेनों से टकराना बेहद खतरनाक है, जो सीधे तौर पर ट्रेन सेवाओं की सुरक्षा और समयपालन को प्रभावित करता है। इस समस्या के समाधान के लिए रेल प्रशासन ने एक कार्य योजना तैयार की है। इंजीनियरिंग, रेलवे सुरक्षा बल (आरपीएफ) और परिचालन विभागों के सदस्यों को शामिल करते हुए एक समर्पित टीम का गठन किया जाएगा, जो मवेशियों के ट्रेनों से टकराने के मुद्दे से निपटने के लिए काम करेगी।
प्रभावित लोकेशन को करेंगे चिन्हित : टीम व्यवस्थित रूप से उन सभी स्थानों की पहचान करेगी, जहां मवेशियों के ट्रेनों से टकराने की घटनाएं हुई हैं, ताकि समाधान लागू किए जा सकें। इसके अलावा बड़ी संख्या में 3x4 आकार के प्रमुख बैनर छापकर रेलवे ट्रैक के आसपास के गांवों में प्रदर्शित किया जाएगा, ताकि मवेशियों के ट्रेनों से टकराने के खतरों के बारे में जागरूकता फैलाई जा सके।
मराठी और हिंदी के पर्चे वितरित किए जाएंगे : विशेष टीम के सदस्य और अधिकारी जिला मजिस्ट्रेट और जिला कलेक्टरों के साथ मिलकर रेलवे ट्रैक के आसपास के क्षेत्रों में मवेशियों के ट्रेनों से टकराने के बारे में जागरूकता फैलाने में उनके समर्थन की तलाश करेंगे। इसके अलावा रेलवे ट्रैक के आसपास रहने वाले निवासियों के बीच मराठी और हिंदी के पर्चे वितरित किए जाएंगे। ये पर्चे मवेशियों के ट्रेनों से टकराने से जुड़े जोखिमों के बारे में लोगों को परामर्श देने और जिम्मेदार पालतू स्वामित्व को प्रोत्साहित करने का काम करेंगे।