नागपुर: नौतपा के पहले दिन से झुलसा रही गर्मी, जिले के 14 गांवों में टैंकर से जलापूर्ति

  • तापमान 2 डिग्री अधिक
  • बढ़ता वायु प्रदूषण
  • कंस्ट्रक्शन और जंगल की कटाई वजह

Bhaskar Hindi
Update: 2024-05-26 04:27 GMT

डिजिटल डेस्क, नागपुर. नौतपा के पहले दिन शनिवार को नागपुर में अधिकतम तापमान में करीब ढाई डिग्री की कमी दर्ज की गई। तापमान गिरने के बावजूद लोग झुलसाने वाली गर्मी से परेशान रहे। दोपहर में रास्तों व बाजारों में वीरानी छाई रही। शनिवार को नागपुर का अधिकतम तापमान 40.2 डिग्री व न्यूनतम तापमान 28.4 डिग्री सेल्सियस रहा। मौसम विभाग के अनुसार, बंगाल की खाड़ी में चक्रवात बना हुआ है। उत्तर-पश्चिमी हवा आैर स्ट्रांग बन गई है। यह हवा गर्म होती है। अगले कुछ दिनों तक नागपुर में मौसम का मिजाज गर्म बना रहेगा। झुलसाने वाली गर्मी बरकरार रहेगी। शनिवार को नौतपा के पहले ही दिन तापमान में कमी आई, लेकिन गर्मी व उमस कायम रही। शाम होने के बाद भी गर्मी से राहत नहीं मिली। जमीन से निकलने वाली भाप रात तक परेशान करती रही। रविवार को भी झुलसाने वाली गर्मी रहने की संभावना है। आंशिक बादल छाए रहने की संभावना है, लेकिन गर्मी से निजात नहीं मिलेगी।

अकोला तीसरे दिन भी सबसे गर्म

लगातार तीसरे दिन शनिवार को विदर्भ में अकोला सबसे गर्म रहा। अकोला का अधिकतम तापमान 45.6 डिग्री सेल्सियस रहा। गुरुवार, शुक्रवार व शनिवार तीनों दिन अकोला में हीट वेव रहा। लू लगने के मामले बढ़ गए हैं। अकोलावासियों का दिन में घर से बाहर निकलना मुश्किल हो गया है।

जिले के 14 गांवों में टैंकर से जलापूर्ति

गर्मी बढ़ने पर ग्रामीण क्षेत्र में जलसंकट से गहरा गया है। जिले के अनेक गांवों में नागरिक बूंद-बूंद पानी के लिए तरस रहे हैं। टैंकर से जलापूर्ति की मांग बढ़ गई है। जिले के 14 गांवों में टैंकर से जलापूर्ति की जा रही है। जिले में जल जीवन मिशन के काम शुरू हैं। कुछ गांवों में योजना के काम पूरे होने से इस वर्ष जलसंकट से राहत मिली है।

मांग करने पर भी कई गांव वंचित

जिले के अन्य गांवों में जलसंकट से राहत के लिए टैंकर से जलापूर्ति की मांग की गई है। 35 से अधिक गांवों ने जिला परिषद के पास टैंकर से जलापूर्ति की मांग की है। चुनाव आचार संहिता के आड़ टैंकर से जलापूर्ति करने में प्रशासन ने असमर्थता जताए जाने की सूत्रों ने जानकारी दी।

हिंगना में सर्वाधिक टैंकर

जिले के विविध गांवों में जलसंकट है। हिंगना तहसील के सर्वाधिक गांवों में जलसंकट बताया जाता है। जलसंकट से राहत पहुंचाने हिंगना तहसील के 11 और पारशिवनी तहसील के 3 गांवों में टैंकर से जलापूर्ति की जा रही है। टैंकर से जलापूर्त किए जा रहे गांवों में हिंगना तहसील के कान्होली, नांदेरा, खापा निपानी, पेंढरी (देवतले), धानोली कवडस, नवेगांव, डेग्मा खुर्द व अंबाझरी, कवडस, इसासनी, नागलवाड़ी, वडधामना व पारशिवनी तहसील के घाटकुकड़, बछेरा और नीलखेड़ा गांवों का समावेश है।


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