प्रॉपर्टी में फर्जीवाड़ा: एक ही प्लाट दो लोगों को बेच डाला, दूसरे मामले में बिल्डर बंधुओं ने सोसायटी में गिरवी संपत्ति बेची
- डेवलपर्स पर धोखाधडी का मामला दर्ज
- बढ़ रहा प्रॉपर्टी में फर्जीवाड़ा
- पुलिस की पड़ताल जारी
डिजिटल डेस्क, नागपुर। मानकापुर क्षेत्र में एक डेवलपर्स ने एक ही प्लाट दो लोगों को बेचकर धोखाधड़ी की। इस मामले में पुलिस ने आरोपी डेवलपर्स प्रकाश संतोष मोहोड (44) झिंगाबाई टाकली निवासी के खिलाफ ठगी का मामला दर्ज किया है। पुलिस सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार निर्मल श्रीकृष्ण मातीखाये (59) गणेशपुर विद्यानगर भंडारा निवासी ने मानकापुर थाने में धोखाधडी की शिकायत दर्ज कराई है। उन्होंने गोधनी रोड स्थित सफल लैण्ड डेवलपर्स के डायरेक्टर प्रकाश मोहोड से वर्ष 1996 में मौजा गोधनी रेलवे, प.ह.न. 265 व 267 में 1590 चौरस फुट का प्लाॅट खरीदा था। डेवलपर्स ने उन्हें बिक्रीपत्र करके दिया था। इसके बाद उन्होंने कब्जा किया था। आरोपी प्रकाश संतोष मोहोड ने उक्त नंबर का प्लाॅट नं. 14 को सैयद जावेद अली रेलवे क्वाॅर्टर, अजनी, नागपुर निवासी को भी बेच दिया। आरोपी डेवलपर्स ने 11 सितंबर 2009 को दुय्यम निबंधक कार्यालय नागपुर ग्रामीण में विक्रीपत्र तैयार कर दिया। आरोपी प्रकाश मोहोड ने एक ही प्लाट दो लोगों को बिक्री पत्र तैयार करके दिया। जब यह बात निर्मल मातीखाये को पता चली तब उन्होंने मानकापुर थाने में डेवलपर्स प्रकाश मोहोड के खिलाफ शिकायत दर्ज कराई। थाने के उपनिरीक्षक सनके ने आरोपी डेवलपर्स प्रकाश मोहोड पर धारा 420 के तहत मामला दर्ज किया है। पुलिस मामले की जांच कर रही है।
बिल्डर बंधुओं ने सोसायटी में गिरवी संपति को बेचा
दूसरे मामले में दो बिल्डर बंधुओं की धोखाधड़ी उजागर हो गई। उन्होंने सोसायटी में गिरवी संपत्ति को बेच दिया है। मंगलवार को बर्डी थाने में आरोपी बिल्डरों के खिलाफ प्रकरण दर्ज किया गया है। आरोपियों की गिरफ्तारी होना बाकी है, लेकिन मामला बड़ी रकम से जुड़ा होने के कारन अपराध शाखा के आर्थीक विभाग को इसकी जांच पड़ताल सौंपी जाने वाली है। घटना से आरोपियों की संपत्ति भी जब्त होने के संकेत मिले हैं। आरोपी बिल्डर मानसिंह देवेंद्र मुलीक और उसका भाई पृथ्वीराज देवेंद्र मुलीक वर्धा रोड़ स्थित रहाटे कॉलोनी के निवासी हैं। उनकी पार्टनरशिप में सिंहराज बिल्डर्स एंड़ डेवलपर्स प्राइवेट लिमिटेड कंपनी है। उन्होंने बहु मंजिला इमारत खरीदी थी। उसके लिए वर्ष 2016 में वेस्ट हाईकोर्ट रोड धरमपेठ नागपुर स्थित दी धरमपेठ महिला मल्टी स्टेट को-ऑपरेटिव सोसाइटी से कर्जा लिया था। उसके लिए इमारत को सोसायटी में गिरवी रखा गया था। उसके बादवजूद मुलीक बंधुओं ने जालसाजी कर गिरवी इमारत फ्लैट लोगों को बेच दी। उसके लिए फ्लैट धारक रवि डाफे से 47 लाख 70 हजार रुपए, प्रदीप शहाले से 21 लाख रुपए सूरज ताजने से 54 लाख 70 हजार रुपए में खरीदी की है। फ्लैटधारकों को पता ही नही था कि वह जिस फ्लैट को खरीद रहे हैं, वह पहले से ही सोसायटी में गिरवी है।