हिंगना: उफान पर नदी-नाले, घरों और दुकानों में घुसा पानी
- फसलें हुईं बर्बाद
- विधायक मेघे ने किया निरीक्षण
डिजिटल डेस्क, हिंगना। शुक्रवार की रात भारी बारिश से हिंगना तहसील में जन-जीवन अस्त-व्यस्त हो गया। दुकानों और घरों में बाढ़ का पानी घुस गया। नदी-नाले के किनारे वाले घरों में जलभराव हो गया। खेतों में फसलें भी बरबाद हो गईं। हिंगना तहसील की प्रमुख वेणा नदी में भी बाढ़ आ गई थी। गुमगांव से कोतेवाड़ा गांव को जाने वाले नए पुल तक पानी भर गया। वागधरा-भांसोली में वेणा का पुल पानी में डूब गया था। बाढ़ का असर दोपहर तक कम हो गया।
फसलों का नुकसान : हिंगना के ग्रामीण और शहरी क्षेत्रों में बाढ़ ने बड़ी तबाही मचाई। हिंगना एमआयडीसी में बहने वाले नाले उफान पर थे। नाले का पानी ओवरफ्लो होकर निलडोह गांव में घुस गया। वानाडोंगरी परिसर के घरों में भी पानी घुस गया। हिंगना नाका के लोकमान्य नगर मेट्रो स्टेशन के क़रीब से गुजरने वाले नाले का निर्माण कार्य शुरू है। इस नाले का पानी बालाजी नगर, पारधी नगर, साईंनगर क्षेत्र के मुख्य मार्ग के दुकानों में घुस गया। जिसके चलते व्यापारियों का लाखों रुपए का नुकसान हुआ है। कुछ क्षेत्र में पटवारी द्वारा बाढ़ पीड़ितों का पंचनामा किया गया है। खेत के किनारे से बहने वाले नाले का पानी खेतों में आने से फसलों का बड़े पैमाने पर नुकसान हुआ है। तहसील के नदी-नाले के किनारे वाली खेती में बाढ़ ने तबाही मचाई है। राजस्व विभाग द्वारा पंचनामा कर किसानों को मुआवजा दिलाने की मांग किसानों ने की है।
विधायक मेघे ने किया निरीक्षण : विधानसभा क्षेत्र में में बारिश से हुई तबाही का जायजा विधायक समीर मेघे ने लिया, जिसमें डिगडोह (देवी), निलडोह, फेटरी, वाड़ी शहर, बोरगांव (खुर्द), भरतवाड़ा, पारडी आदि क्षेत्र का समावेश है। बाढ़ पीड़ितों से चर्चा कर उनके हुए नुकसान की जानकारी ली। बोरगांव (खुर्द), भरतवाड़ा और पारडी क्षेत्र में किसानों की फसलों के नुकसान का भी निरीक्षण किया।