नागपुर: सेवानिवृत वायुसेना कर्मी की वकील पिता-पुत्र ने की हत्या, मामूली विवाद हुआ हिंसक
- छह महीने पहले ही हुई थी शादी
- 2 दिन का पीसीआर
डिजिटल डेस्क, नागपुर। शराब पार्टी के दौरान वकील पिता-पुत्र ने मामूली विवाद में सेवानिवृत्त वायुसेना कर्मी की हत्या कर दी। जरीपटका थाने में हत्या का प्रकरण दर्ज कर आरोपी-पिता पुत्र को गिरफ्तार किया गया है। बताया जा रहा है कि वे खुद थाने में पेश हुए थे, लेकिन पुलिस इससे इनकार कर रही है। मृतक हुडको कालोनी निवासी हरीश दिवाकर कराडे (60) वर्ष था, जबकि आरोपी उसका वकील मित्र अश्विन मधुकर वासनिक (56) और उसका वकील पुत्र अविष्कार (23) बड़ा इंदोरा निवासी हैं। हरीश सेवानिवृत्त वायुसेना कर्मी है। पहले आरोपी वकील और वह एक ही बस्ती में रहते थे। उसके बाद वकील बड़ा इंदोरा में रहने आ गया, लेकिन एक ही बस्ती में रहने के कारण उनमें मित्रता थी। दोनों शराब के आदी हैं, इसलिए अक्सर उनकी शराब की पार्टी होती रहती थी। रविवार की रात भी देर रात तक तीनों की पार्टी चलती रही। नशा हावी होने से डींगे हांकने लगे। इस बीच किसी बात पर उनमें विवाद हो गया। विवाद के दौरान गाली-गलौज होने से आरोपी वकील पिता-पुत्र ने लात-घूसों से उसकी पिटाई की। धक्का देकर गिरा दिया। सिर पर गंभीर चोट लगने से हरीश की मौत हो गई।
2 दिन का पीसीआर
घटना की जानकारी मिलते ही जोन क्र.पांच के उपायुक्त निकेतन कदम, वरिष्ठ निरीक्षक भिताडे, उपनिरीक्षक जांगीलवाड़ आदि दल-बल के साथ मौके पर पहुंचे। हरीश को मेयो अस्पताल ले गया, जहां चिकित्सकों ने उसकी मृत्यु की पुष्टि की। हत्या का प्रकरण दर्ज कर अश्विन और अविष्कार काे गिरफ्तार किया गया। वकील पिता-पुत्र द्वारा हत्या करने से हड़कंप मचा रहा। सोमवार की दोपहर जब उन्हें अदालत में पेश किया गया, तो वकीलों का जमघट लगा रहा। उन्हें 2 दिन के लिए पीसीआर में लिया गया है।
छह महीने पहले ही हुई थी शादी
हरीश की करीब छह महीने पहले ही एक बच्ची (8-10 साल) की मां राजस्थान निवासी सोनाली (30) नामक महिला से प्रेम विवाह हुआ था। उसे हरीश के बारे में कोई खास जानकारी नहीं है। वह सिर्फ इतना ही बता पाई कि हर महीने पेंशन की रकम आती थी। बस्ती के लोग भी हत्या का मामला होने से कुछ बोलने से कतरा रहे थे। उसकी पहली पत्नी के बारे में कोई कुछ नहीं बोल रहा था।
वकील ने ही लड़ी थी कानूनी लड़ाई
हरीश एयरफोर्स में था। कार्यस्थल पर शराब पीकर जाने व अन्य कारणों को लेकर उसे नौकरी से हटा दिया गया था। आरोपी वकील अश्विन ने उसकी यह केस लड़ी थी। उसे कुछ रकम भी दिलावा दी थी। घटित प्रकरण को लेकर यह भी कहा जा रहा है कि हरीश ने अपनी जमीन वकील के पास गिरवी रखी थी, जबकि भतीजे राहुल का कहना है कि उनके नाम पर किसी जमीन की जानकारी नहीं है। बहरहाल, बताया जा रहा है कि जमीन को ही लेकर विवाद हुआ और यह घटना हो गई, लेकिन इस बारे में पुलिस के पास कोई जानकारी नहीं है। वकील पिता-पुत्रों ने चुप्पी साध ली है। पूछताछ जारी है।