पेंच टाइगर रिजर्व: जंगल सफारी में विदेशी पर्यटकों के लिए स्वतंत्र कोटा बहाल करें
- पश्चिम पेंच और खुर्सापार गेट को जोड़ने का निर्णय
- विदेशी पर्यटकों के लिए स्वतंत्र कोटा
- नाव पर्यटन शुरू करने की बात रखी
डिजिटल डेस्क, नागपुर. पेंच टाइगर रिजर्व में पर्यटकों की संख्या बढ़ाने के लिए विभिन्न गतिविधियां की जा रही हैं। पिछले वर्ष 85 हजार से अधिक पर्यटक यहां जंगल सफारी का लुत्फ उठा चुके हैं। विदेशी पर्यटकों की संख्या लगातार बढ़ने के कारण इनके लिए स्वतंत्र कोटा रखने की बात वन विभाग की संभागीय आयुक्त विजयलक्ष्मी बिदरी ने कहा।
ये अहम निर्णय लिए गए
पेंच टाइगर रिजर्व की स्थानीय सलाहकार समिति की बैठक के दौरान वह बोल रही थीं। इस वक्त स्थानीय सलाहकार समिति के सदस्य सचिव डॉ. प्रभु नाथ शुक्ला एवं समिति के अन्य सदस्य उपस्थित थे।
पर्यटकों के लिए खुर्सापार गेट पसंदीदा है, इसलिए बैठक में पश्चिम पेंच और खुर्सापार गेट को जोड़ने का निर्णय लिया गया।
जल पर्यटन को बढ़ावा देने के लिए नवेगांव खैरी से किरंगीसरा तक 25 किमी की लंबाई में नाव पर्यटन शुरू करने की बात रखी गई।
परियोजना के गेट पर स्थानीय नागरिकों द्वारा निर्मित विभिन्न वस्तुओं का विक्रय केन्द्र प्रारंभ करने का निर्णय लिया गया।
पेंच टाइगर रिजर्व की स्थानीय समिति और स्वयं सहायता समूहों को गांव में ही पर्यटकों के लिए सुविधाएं बनाने के लिए आवश्यक सब्सिडी दी जाएगी।
साथ ही प्लास्टिक के इस्तेमाल से बचने के लिए प्रोत्साहन भी दिया जाएगा।
और यह भी
बैठक में अंबाखोरी में झरने तक पर्यटकों के लिए सुविधाएं बनाते हुए नाव पर्यटन को बढ़ावा देने, पेंच टाइगर रिजर्व में बाघों और अन्य जंगली जानवरों के आवास के बारे में पर्यटकों को विभिन्न मीडिया के माध्यम से जानकारी प्रदान करने और पर्यटन के लिए इलेक्ट्रिक वाहनों का उपयोग करने का भी निर्णय लिया गया।