नागपुर: राज्य में विदर्भ के प्रतिनिधि संभाल रहे राजनीतिक दलों के प्रवक्ता का दायित्व
- पैनलिस्ट की भी कमी नहीं
- संगठनात्मक मामले में भी गहरी पकड़
डिजिटल डेस्क, नागपुर। राज्य में सत्ता की राजनीतिक के साथ ही संगठनात्मक मामले में भी विदर्भ के जनप्रतिनिधियों का प्रतिनिधित्व बढ़ रहा है। राजनीतिक दलों के प्रवक्ता के लिहाज से देखा जाए तो नागपुर व विदर्भ के प्रतिनिधियों की संख्या राज्य में सर्वाधिक हो सकती है। यहां से पैनलिस्ट भी नियुक्त किए जा रहे हैं। संगठनात्मक मामले में विदर्भ के प्रतिनिधियों की पकड़ मजबूत होती जा रही है। दो दिन पहले ही राकांपा अजित गुट ने आभा पांडे को प्रदेश प्रवक्ता नियुक्त किया। उससे पहले भाजपा में अजय पाठक सहित अन्य प्रवक्ता नियुक्त किए गए। लिहाजा, संगठनात्मक मामले पर देखा गया तो प्रदेश में सबसे अधिक विदर्भ के प्रतिनिधियों का दबदबा है। खास बात है कि भाजपा व कांग्रेस समान प्रमुख राजनीतिक दलों के प्रदेश अध्यक्ष विदर्भ से ही है। भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष चंद्रशेखर बावनकुले कोराडी व कांग्रेस के प्रदेश अध्यक्ष नाना पटोले साकोली से हैं।
भाजपा में भरमार
भाजपा में प्रदेश स्तर पर प्रवक्ताओं की भरमार हैं। इनमें नागपुर व विदर्भ से भी दर्जन भर से अधिक प्रवक्ता है। प्रदेश भाजपा के प्रमुख प्रवक्ता शिवराय कुलकर्णी व विश्वास पाठक विदर्भ से ही हैं। इनके अलावा प्रदेश प्रवक्ताओं में नागपुर से प्रवीण दटके, धर्मपाल मेश्राम, चंदन गोस्वामी, मिलिंद कानाडे, शिवानी वखरे, आशीष देशमुख व अजय पाठक शामिल हैं। भाजपा के 33 पैनलिस्ट में विदर्भ से करीब 10 पैनलिस्ट हैं।
कांग्रेस भी पीछे नहीं
कांग्रेस के मुख्य प्रदेश प्रवक्ता अतुल लोंढे नागपुर से ही है। अकोला से सुधीर ढोणे भी प्रदेश प्रवक्ता हैं। इनके अलावा सोशल मीडिया का दायित्व विशाल मुत्तेमवार के नेतृत्व में संभाला जा रहा है। उमाकांत अग्निहोत्री, अतुल कोटेचा, मुजीब पठान, नाना गावंडे, अभिजीत वंजारी, सुरेश भोयर सहित अन्य पदाधिकारी प्रदेश स्तर पर संगठनात्मक कार्य संभाल रहे हैं। संदेश सिंगलकर ने तेलंगाना में विधानसभा चुनाव में कांग्रेस के प्रचार वार रुम का नेतृत्व संभाला था। उन्हें अन्य राज्यों की जिम्मेदारी भी दी गई है।
शिवसेना-राकांपा
विभाजित दल शिवसेना व राकांपा ने भी विदर्भ के प्रतिनिधियों को मौका दिया है। शिवसेना उद्धव गुट के मुख्य पैनलिस्ट किशोर तिवारी हैं। प्रदेश प्रवक्ता किशोर कन्हेरे, विदर्भ स्तरीय प्रवक्ता सुरेश साखरे हैं। राकांपा अजित गुट के प्रदेश प्रवक्ता प्रशांत पवार के अलावा अब आभा पांडे को नियुक्त किया गया है। उधर राकांपा शरद गुट के प्रदेश प्रवक्ता प्रवीण कुंटे संगठन महासचिव भी हैं।
इनका कहना है कार्यकर्ता को प्रोत्साहन
धर्मपाल मेश्राम, प्रवक्ता भाजपा महाराष्ट्र के मुताबिक संगठन मामले में दायित्वों से कार्यकर्ताओं को प्रोत्साहन मिलता है। पहले विदर्भ के कार्यकर्ताओं को संगठन मामले में भी काम करने का कम ही मौका मिलता था। भाजपा ने मौका दिया। नितीन गडकरी, सुधीर मुनगंटीवार, देवेंद्र फडणवीस के बाद अब चंद्रशेखर बावनकुले प्रदेश भाजपा का नेतृत्व कर रहे हैं। पार्टी में संगठन कार्य के प्रशिक्षण की भी व्यवस्था है। कार्यकर्ताओं को प्रोत्साहन मिलना अच्छी बात है।
राजनीतिक समझ बढ़ती है
अतुल लोंढे, प्रवक्ता कांग्रेस महाराष्ट्र के मुताबिक राजनीतिक मामले में संगठनात्मक ज्ञान महत्वपूर्ण है। प्रवक्ता या अन्य पदों के दायित्व के निर्वहन के लिए सदैव अध्ययन करते रहना पड़ा है। राजनीतिक समझ बढ़ती है। राजनीति में रुचि रखनेवाले युवाओं ने संगठन मामले में दायित्व संभालना चाहिए। कांग्रेस ने राष्ट्र विकास के साथ ही राजनीतिक कार्यकर्ता तैयार करने का काम किया है।