बहारो फूल बरसाओ.....: जानेमाने डॉक्टरों ने सजाई सुरों की खास महफिल, एक से बढ़कर एक गीत गाये
- डॉक्टरों के अंदर छुपा कलाकार
- गीत संगीत बना स्ट्रेस बस्टर
- पुस्तक होलिस्टिक मिलेनियम हेल्थ कंसर्न एंड रेमेडीज़ की विशेष प्रति भेंट
डिजिटल डेस्क, नागपुर। संतरानगरी में स्थानीय ही नहीं बल्की पड़ोसी राज्यों से भी मरीज गंभीर बीमारियों का इलाज कराने आते हैं, यहां अलग-अलग अस्पतालों में मरीजों की भारी भीड़ हर रोज देखी जा सकती है। ऐसे में मेडिकल प्रोफेशन से जुड़े डॉक्टरों के पास अपने परिवार के अलावा खुदके लिए भी वक्त निकाल पाना नामुमकिन हो पाता है, जैसे तैसे थोड़ा वक्त जिम और एक्सरसाइज के लिए निकालना बेहद जरूरी होता है। अंदर छुपा कलाकार अक्सर कोई ऐसा स्ट्रेस बस्टर ढूंढता है, जिससे शरीर में हैप्पी हार्मोन्स किसी न किसी बहाने से रिलीज हो जाएं, ऐसे में गीत संगीत से अच्छा स्ट्रेस बस्टर और क्या साबित हो सकता है।
कुछ इसी तरह गीत संगीत से जुड़ा एक खास कार्यक्रम जानामाने डॉक्टरों के लिए स्ट्रेस बस्टर साबित हुआ। म्यूजिक और गीत संगीत की इस महफिल डॉक्टरों ने एक से बढ़कर एक गाने गाये, साथ ही जमकर तालियां बटोरीं। इस कार्यक्रम में डॉक्टर उदय बोधनकर को पुस्तक होलिस्टिक मिलेनियम हेल्थ कंसर्न एंड रेमेडीज़ की विशेष प्रति भेंट की गई। एनकेपीएसआईएमएस के पूर्व डीन प्रोफेसर डॉ. गोविंद वर्मा ने इस किताब में सेहत से जुड़ी कई अहम जानकारियां साझा की है। जो चिकित्सा जगत में मील पत्थर साबित हो रही है।
इसी दौरान गीत संगीत की इस खास महफिल को लेकर डॉक्टर उदय बोधनकर ने बताया कि एक शोध में चौंकाने वाला खुलासा हुआ था। जिसके मुताबिक प्रतिदिन 20 मिनट अपनी पसंद का संगीत सुनने से रोजमर्रा की होने वाली बहुत-सी बीमारियों से निजात पाई जा सकती है।
वरिष्ठ प्रसिद्ध चिकित्सक डॉ. अजीज खान और डॉ. बी.के.शर्मा बहुत सुरीली आवाज में गाते हैं। डॉ. मुकुंद गनेरीवाल के अलावा डॉ. मंजूषा गिरी ने भी अपनी आवाज से खूब वाहवाही लूटी। चिकित्सकों और संगीत प्रेमियों की उपस्थिति में कार्यक्रम यादगार बन चुका था।