विकास: केन्द्रीय मंत्री नितीन गडकरी ने कहा - अच्छी सड़कों से विकास का रास्ता खुलता है
- आर्थिक रूप से कमजोर लोगों को विकास की धारा से जुड़ने का मौका
- बुनियादी सुविधाओं के लिए बजट में 11.11 लाख करोड़ रुपये की निधि प्रस्तावित
- वीडियो कांफ्रेंस के माध्यम से किया संबोधित
डिजिटल डेस्क, नागपुर। विकास कार्यों के विविध प्रयासों का उल्लेख करते हुए केंद्रीय सड़क परिवहन मंत्री नितीन गडकरी ने कहा है कि अच्छी सड़कों से विकास का रास्ता खुलता है। सड़कें होने से उद्योग आते हैं, निवेश बढ़ता है। इससे रोजगार निर्माण होता है। आर्थिक तौर से कमजोर वर्ग के लोगों को विकास की धारा से जुड़ने का मौका मिलता है। प्रदेश भाजपा के विदेश विभाग की ओर से लीडर्स कनेक्ट विथ ग्लोबल महाराष्ट्रियन डायस्पोरा कार्यक्रम का आयोजन किया गया। वीडियो कांफ्रेंस के माध्यम से गडकरी इसी कार्यक्रम को संबोधित कर रहे थे।
योगदान का अाह्वान : उन्होंने कहा-प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने 2025 तक देश की अर्थ व्यवस्था को 5 ट्रिलियन करने का लक्ष्य रखा है। उसके लिए सर्वसमावेशक विकास की दिशा में कदम बढ़ाए जा रहे हैं। गरीब, महिला, युवा व किसान को बुनियादी सुविधाएं देने के लिए बजट में 11.11 लाख करोड़ रुपये की निधि प्रस्तावित की गई है। देश की बुनियादी सुविधाओं के विकास व राष्ट्रीय महामार्ग के प्रकल्पों में निवेश या भागीदारी करके अनिवासी भारतीय देश के विकास में योगदान दे सकते हैं। प्रदेश भाजपा विदेश विभाग के प्रभारी गौरव पटवर्धन, राष्ट्रीय प्रभारी डॉ.विजय चौथाईवाले, सह प्रभारी राधिका देशमुख सहित विविध मान्यवर चर्चा में शामिल हुए। अमेरिका, इंग्लैंड, जापान, आस्ट्रेलिया सहित 35 देशों के 200 प्रमुख अनिवासी भारतीय इस संवाद में शामिल थे। विविध देशों में कार्यक्रम का लाइव प्रसारण किया गया।
3 महीने से मानधन नहीं ठेका कर्मचारी परेशान : जिप में ठेकेदार बदलने का खामियाजा ठेका कर्मचारियों को भुगतना पड़ रहा है। उन्हें तीन महीने से मानधन नहीं मिला। उनके परिवार को आर्थिक संकट का सामना करना पड़ रहा है। जिला परिषद प्रशासन उसे गंभीरता से नहीं ले रहा है।
अनेक पद रिक्त हैं : जिला परिषद ग्रामीण क्षेत्र के विकास का केंद्र माना जाता है। मुख्यालय में कर्मचारियों के अनेक पद रिक्त हैं। कामकाज चलाने सेस फंड से कर्मचारी भर्ती करने का निर्णय लिया गया। जिप ने कर्मचारी आपूर्ति के लिए ठेकेदार के साथ अनुबंध किया। ठेकेदार के माध्यम से मानधन पर कर्मचारी नियुक्त किए गए हैं। जिप पदाधिकारियों के कक्ष, निवास स्थान, सरपंच भवन तथा विविध विभागों में ठेकेदारी कर्मचारी कार्यरत हैं। साल 2023 में ठेकेदार का ठेका समाप्त हो गया। जिप ने दूसरे ठेकेदार के साथ अनुबंध किया। पहले ठेकेदार ने कर्मचारियों का 2 महीने का मानधन नहीं दिया है। नए ठेकेदार पर भी एक महीने का मानधन बकाया है। पुराने ठेकेदार ने पीएफ की रकम भी नहीं भरने की जानकारी है।
कम मानधन, उसमें भी लेटलतीफी : ठेकेदार के माध्यम से कर्मचारियों को मानधन दिया जाता है। काफी कम मानधन पर कर्मचारी नियुक्त किए जाते हैं। उसमें भी मानधन अदायगी में लेटलतीफी से कर्मचारी बेहद परेशान हैं। परिवार का पेट कैसे पालें, यह चिंता सता रही है। जिला परिषद प्रशासन से हस्तक्षेप बकाया मानधन दिलाने की ठेकेदारी कर्मचारियों की अपेक्षा है।