नागपुर: तोतलाडोह और कामठी-खैरी के जल भंडारण में कमी, जानिए - कहां कितना बचा है पानी
- 49.81% संचय कामठी खैरी में फिलहाल
- 86.36% जलसंचय था पिछले साल यहां
- 63.50% फीसदी पानी मौजूद है तोतलाडोह में
- 66.30% पिछले साल इसी समय में था
डिजिटल डेस्क, नागपुर. जिले के बांधों में तेजी से जलस्तर में कमी हो रही है। पर्याप्त मात्रा में जलसंचय नहीं होने और वाष्पीकरण प्रक्रिया तेज होने से जलसंचय घट रहा है। ऐसे में गर्मी के दिनों में जलसंकट की स्थिति की संभावना बन रही है, लेकिन जलसंपदा विभाग और मनपा का दावा है कि वाष्पीकरण तेज होने के बाद भी शहर में जलाूपर्ति में कटौती अथवा जलसंकट की स्थिति नहीं होगी।
आंकड़े कुछ और कह रहे
मनपा के जलप्रदाय विभाग का दावा है कि दो प्रमुख जलाशयों तोतलाडोह और कामठी खैरी में पानी के स्तर में तेज वाष्पीकरण के चलते गिरावट दर्ज की जा रही है, लेकिन जलापूर्ति के लिए आरक्षित जलसंचय होने से नागरिकों को दिक्कत नहीं होगी। दोनों जलाशयों से प्रतिदिन करीब 700 एमएलडी पानी को 30 लाख की आबादी के लिए इस्तेमाल किया जाता है। आंकड़ों के मुताबिक तोतलाडोह जलाशय में जल स्तर की क्षमता 1,016,930 मिलियन लीटर में से 63.50 फीसदी मौजूद है, जबकि पिछले साल इसी समय में जलसंचय करीब 66.30 फीसदी मौजूद था। तोतलाडोह के उत्सर्जन से कामठी खैरी में पहुंचने वाले जलस्तर में भी इस साल कमी बनी हुई है। इस साल कामठी खैरी में जलसंचय 36.55 फीसदी कम हो गया है। वर्तमान में, 49.81 फीसदी संचय मौजूद है, जबकि पिछले साल इस जलाशय में 86.36 फीसदी जलसंचय मौजूद था।
700 एमएलडी की प्रतिदिन जरूरत
मनपा का जलप्रदाय विभाग प्रतिदिन तोतलाडोह से (500 एमएलडी) और कन्हान नदी से (200 एमएलडी) समेत कुल 700 एमएलडी पानी लेता है। इस जल को शुद्धिकरण के बाद शहर को जलापूर्ति के लिए उपलब्ध कराया जाता है। साल 2019 में जलसंकट के चलते मनपा को डेडस्टाक से पानी लेने की नौबत आ गई थी।
संभाग में भी दिक्कत नहीं : गड़चिरोली के दिना जलाशय में भी पानी का भंडारण कम हो गया है। इस साल बांध की कुल क्षमता 67.54 मिलियन लीटर में से 21.41 फीसदी का जलसंचय बना हुआ है, जबकि पिछले साल 43.57 फीसदी संचय बना हुआ था। अमरावती विभाग के बांधों में 58.52 फीसदी जलसंचय है, जबकि पिछले साल 66.61 फीसदी था। इन परिस्थितियों के बावजूद भी जिले समेत संभाग में जलसंकट की स्थिति नहीं होने का दावा है। जल संसाधन विभाग के अधिकारियों के मुताबिक जिले समेत संभाग के जलाशयों में फिलहाल संतोषजनक जल भंडारण मौजूद है।