रिक्तपद: भर्ती प्रक्रिया पूरी, पर नहीं हो रही नियुक्तियां
- विदर्भ सिंचाई विकास महामंडल में 56 फीसदी पद खाली
- नहीं दिया जा रहा कोई ध्यान
डिजिटल डेस्क, नागपुर। विदर्भ सिंचाई विकास महामंडल में 56 फीसदी पद खाली होने का खुलासा हुआ है। महामंडल में अधिकारी से लेकर कर्मचारी के कुल 11 हजार 25 पद मंजूर हैं, जिसमें से केवल 4,768 जगह ही भरी गई हैं। 6,257 पद खाली पड़े हैं, जिससे कामकाज प्रभावित हो रहा है।
आरटीआई एक्टिविस्ट अंकित थुल को आरटाई में मिली जानकारी के अनुसार महामंडल में वर्ग-1 के 461 व वर्ग-2 के 1,586 पद हैं, जिसमें क्रमश: 387 व 628 पद ही भरे गए हैं। इसी तरह वर्ग-3 के 6,760 व चतुर्थश्रेणी के 2,218 पद मंजूर हैं, जिसमें से क्रमश: 2,988 व 765 पद ही भरे गए हैं। वर्ग-1 में 74, वर्ग-2 में 958, वर्ग-3 में 3772 व चतुर्थश्रेणी के 1,453 पद खाली पड़े हैं। महामंडल के तहत ही नागपुर व अमरावती में मुख्य अभियंता बैठते हैं। जलसंपदा विभाग नागपुर व जलसंपदा विभाग अमरावती के नाम से दो जगह मुख्य अभियंता कार्यालय हैं। नागपुर में कार्यकारी संचालक भी बैठते हैं। कार्यकारी संचालक के अंतर्गत ही मुख्य अभियंता व उनकी टीम काम करती है। 56 फीसदी पद रिक्त रहना किसी भी विभाग के लिए ठीक नहीं है। इसका सीधा असर कामकाज पर होता है।
इंतजार कब खत्म होगा, किसी के पास जवाब नहीं : मजेदार बात यह है कि, सिंचाई विभाग की ओर से गत वर्ष भर्ती प्रक्रिया पूरी की गई है। वैसे यह भर्ती प्रक्रिया दो वर्ष पहले पूरी होनी चाहिए थी, लेकिन कोरोना के नाम पर भर्ती प्रक्रिया आगे बढ़ते रही। विभाग में इतने बड़े पैमाने पर पद खाली होने के बावजूद सिलेक्ट हुए उम्मीदवारों को अभी तक नियुक्त नहीं किया गया है। नियुक्ति के इंतजार में बैठे उम्मीदवारों का इंतजार कब खत्म होगा इसका जवाब फिलहाल किसी के पास नहीं है।