एक्सक्लूसिव: नागपुर भास्कर की खबर को एक्स पर पोस्ट कर रवीश ने पूछा - इस तरह के धन से कौन मालामाल हो रहा है
- रवीश कुमार ने दैनिक भास्कर की खबर को एक्स पर पोस्ट किया
- बेबाकी को मिला रवीश का साथ
- 10 करोड़ रुपए की हर माह अवैध वसूली का मामला
डिजिटल डेस्क, नागपुर। एनडीटीवी के स्टार रिपोर्टर और शानदार टीवी एंकर रहे रवीश कुमार ने दैनिक भास्कर की खबर को एक्स पर पोस्ट किया है। जिस खबर में आरटीओ में भ्रष्टाचार की पोल खोली गई थी। खबर में खुलासा किया गया था कि 10 करोड़ रुपए की हर माह अवैध वसूली हो रही है। इसका मंत्री तक पैसा जा रहा है। इस खबर को पोस्ट करते हुए रवीश ने लिखा कि इसके बिना तो देश जागता है न सोता है। नागपुर भास्कर की ख़बर देख सकते हैं। इस तरह के धन से कौन मालामाल हो रहा है।
इसके बिना तो देश जागता है न सोता है। नागपुर भास्कर की ख़बर देख सकते हैं। इस तरह के धन से कौन मालामाल हो रहा है। इस पर कुछ टैक्स लगे। 2016 में मोदी सरकार काला धन को सफ़ेद करने की योजना ले कर आई थी। चार महीने का वक्त दिया गया था। लगता है फिर से Income Declaration Scheme लाँच कर… pic.twitter.com/ccqgHV958Q
— ravish kumar (@ravishndtv) July 31, 2024
आगे रवीश ने लिखा है कि इस पर कुछ टैक्स लगे। 2016 में मोदी सरकार काला धन को सफ़ेद करने की योजना लेकर आई थी। चार महीने का वक्त दिया गया था। फिर उन्होंने अपने चुकटी भरे अंदाज में लिखा कि लगता है फिर से Income Declaration Scheme लांच कर देनी चाहिए।
(इस लिंक पर खबर विस्तृत रूप से पढ़ सकते हैं)
अपने चिर परिचित अंदाज में रवीश ने भास्कर की खबर के माध्यम से सिस्टम पर फिर सवाल उठाया, वैसे मौजूदा पत्रकारिता में रवीश का किसी मुद्दे पर लिखना बोलना ही उस मुद्दे की गंभीरता को और उभार देता है। इन दिनों रवीश अपना आधिकारिक यू ट्यूब चैनल चला रहे हैं। जिसमें एक करोड़ से अधिक सब्सक्राइबर्स हैं। जो लगातार बढ़ते जा रहे हैं। रवीश के काम करने का तरीका भी अलग है। हर पहलुओं को समेटते हुए रवीश लंबे वीडियो बनाते हैं, जिसमें कंटेट सबसे अलग होता है। अपनी इसी बेबाकी के कारण रवीश.. रवीश हैं
खबर समेटने से पहले एक नजर उस खबर पर भी डाल लीजिए, जिसे लेकर रवीश को एक्स पर पोस्ट करना पड़ा। खबर उपराजधानी के आरटीओ में अवैध वसूली से जुड़े मामले की है। जहां ट्रांसपोर्टर और अधिकारियों के बीच हुए विवाद में हर माह 10 करोड़ से अधिक की वसूली होने की पोल खुली थी। जो रकम नीचे से ऊपर तक जाती है। मंत्री तक भी पहुंच रही है। यही कारण है कि अधिकारी खुलेआम कहते हैं कि जहां शिकायत करनी है कर लो, हर काम का ऊपर से पैसा तो लगेगा। यह आरोप नागपुर ट्रकर्स यूनिटी के अध्यक्ष कुक्कू मारवाह ने लगाया था। उन्होंने विभाग में वसूली का चार्ट बताया था। इधर पूरे मामले में आरटीओ के अधिकारियों का कहना था कि यह दबाव हम पर नियमों में छूट देने के लिए बनाया जा रहा है। उल्लेखनीय है कि कुछ माह पहले ही ग्रामीण आरटीओ में चोरी के वाहनों के रजिस्ट्रेशन करने के मामले का खुलासा किया गया। दैनिक भास्कर ने लगातार इस घोटाले को उजागर भी किया था, जिस कारण कई अधिकारियों पर कार्रवाई करते हुए उन्हें सस्पेंड कर दिया गया था।
नागपुर ट्रकर्स यूनिटी के अध्यक्ष सहित कई ट्रांसपोर्टर ग्रामीण आरटीओ में आरटीओ विजय काठोले के पास अपनी समस्या लेकर पहुंचे थे। उनका अरोप था कि फिटनेस प्रमाणपत्र नहीं दिए जा रहे हैं, वहीं गाड़ियों की ट्रांसफर प्रक्रिया भी नहीं की जा रही है, जिससे ट्रक चालकों को भारी परेशानी का सामना करना पड़ रहा है। उन्होंने काम को पूर्ववत करने की मांग की थी।
इस दौरान अधिकारियों और ट्रांसपोर्टरों के बीच जमकर बहस हुई थी। ट्रांसपोर्टरों ने मांगें पूरी नहीं होने पर आंदोलन करने की चेतावनी दे डाली। आरटीओ में आंदोलन में गुरुदयाल सिंह पड्डा, मलकीत सिंह सिंह बल, पप्पू घोतरा, गुरुविंदर सिंह डिल्लो, टोनी जग्गी, सुखविंदर सिंह उपस्थित थे।