पहल: राशनकार्ड की जगह मिलेगा अब केवल एक प्रिंटेड कागज, दिखाते ही मिल जाएगा राशन
- खाद्यान्न आपूर्ति विभाग का निर्णय
- तुरंत दिए भी जा रहे हैं कागज
- राशनकार्ड में विवरण लिखने से होती है परेशान
डिजिटल डेस्क, नागपुर । जरूरतमंदों के लिए राशन कार्ड बहुत महत्वपूर्ण होता है। राशन कार्ड का कवर पेज प्लास्टिक कोटेड का होता है। अंदर सभी पेज कागज के होते हैं। खाद्यान्न आपूर्ति विभाग राशन कार्ड की जगह अब केवल एक कागज देने की तैयारी में है। जिन लोगों को कार्ड की बजाय केवल कागज चाहिए, उन्हें तुरंत दिए भी जा रहे हैं। राशन दुकानों से अनाज वितरण अब बायोमीट्रिक तरीके से होता है। लाभार्थी का अंगूठा पॉस मशीन पर मैच होते ही कितना राशन दिया जाए, इसका विवरण स्क्रीन पर आ जाता है। बायोमीट्रिक प्रणाली से पूर्व कितना अनाज दिया, इसका विवरण राशन कार्ड पर लिखा जाता था। विवरण लिखने से राशनकार्ड के पन्ने कम पड़ जाते थे।
कागज दिखाने पर मिलेगा राशन : राशन कार्ड केवल अब आैपचारिकता होने से खाद्यान्न आपूर्ति विभाग ने लाभार्थी को केवल एक प्रिंटेट कागज देने का निर्णय लिया है। यह कागज दिखाआे, मशीन पर अंगूठा लगाआे आैर अंगूठा मैच होते ही निर्धारित राशन दिया जाएगा। बहुत कम लाभार्थियों ने कागज को पसंद किया है, क्योंकि कागज जल्दी खराब होता है। अगर इसे लेमिनेट किया, तो ज्यादा दिन टिक सकता है।
इसलिए नहीं बढ़ी स्मार्ट कार्ड की योजना : सरकार की योजना राशन कार्ड की जगह लाभार्थियों को स्मार्ट कार्ड देने की थी। इस पर विचार होने के बाद यह बात सामने आई कि, राज्य में लाखों राशन कार्ड हैं। इतने स्मार्ट कार्ड बनाने पर करोड़ों रुपए खर्च होंगे। यह खर्च सरकार को उठाना पड़ेगा, इसलिए स्मार्ट कार्ड की योजना आगे नहीं बढ़ सकी। लाभार्थी से स्मार्ट कार्ड के पैसे लिए, तो गलत संदेश जाने का डर था।
सोंटू के साथी डॉ. बग्गा को जमानत : प्रथम श्रेणी न्याय दंडाधिकारी ने ऑनलाइन गेमिंग में चावल कारोबारी से करोड़ों की ठगी करने वाला बुकी अनंत उर्फ सोंटू जैन के कथित साथी डॉ. गौरव बग्गा को जमानत दी है। इस मामले में कनिष्ठ न्यायालय से लेकर सुप्रीम कोर्ट तक सभी अदालतों ने सोंटू को अग्रिम जमानत देने से इनकार करने के बाद साेंटू ने आत्मसमर्पण किया था। जांच के दौरान पता चला कि, सोंेटू जुआ वेबसाइट डायमंड एक्सचेंज डॉट कॉम चलाने वाले कुख्यात राकेश राजकोट उर्फ आरआर के संपर्क में था। सोंटू ने बैंक मैनेजर अंकेश खंडेलवाल, गोंदिया के डॉ. गौरव बग्गा और उसकी पत्नी बंटी कोठारी के माध्यम से लॉकर में से 7 किलो सोने के आभूषण और डेढ़ करोड़ रुपए किसी दूसरे सुरक्षित जगह रखने की बात जांच में सामने आयी थी, इसलिए पुलिस ने मामला दर्ज कर अंकेश, गौरव और बंटी को गिरफ्तार लिया। इस मामले में डॉ. गौरव बग्गा ने जमानत के लिए याचिका दायर की थी। कोर्ट ने सभी का पक्ष सुनकर डॉ. बग्गा को जमानत दी। डॉ. बग्गा की ओर से एड. प्रकाश नायडू ने पक्ष रखा।