फोकस: विदर्भ में जमीन तलाश रही राज ठाकरे की मनसे, इच्छुक उम्मीदवारों की है कमी
- नागपुर में दो दिन से चल रही चर्चा, चुनाव लड़ने के लिए केवल एक नाम सामने आया
- यवतमाल, चंद्रपुर की कुछ सीटों पर रहेगा फोकस
- फिलहाल वोटकटवा की भूमिका में भी नहीं
डिजिटल डेस्क, नागपुर। विधानसभा चुनाव की तैयारी कर रही राज ठाकरे के नेतृत्व की महाराष्ट्र नवनिर्माण सेना ने विदर्भ में भी जमीन तलाश शुरु कर दी है। प्रत्येक जिले में निरीक्षक भेजकर चुनाव लड़ने के इच्छुकों से चर्चा की जा रही है। लेकिन पार्टी को चुनाव लड़ने के इच्छुक कम ही मिल पा रहे है। दो दिन से नागपुर जिले में भी चर्चा चल रही है। गुरुवार को रविभवन में शहर की 6 विधानसभा सीटों के लिए चर्चा की गई। इस दौरान केवल एक इच्छुक उम्मीदवार सामने आया। मनसे पदाधिकारियों का कहना है कि कुछ दिनों में राज ठाकरे विदर्भ के दौरे पर आएंगे। यवतमाल व चंद्रपुर जिले की कुछ विधानसभा सीटों पर प्रमुखता से ध्यान दिया जाएगा। जानकारों का कहना है कि फिलहाल मनसे की विदर्भ में राजनीतिक तौर पर वोट कटवा की भी स्थिति नहीं है।
दक्षिण पश्चिम नागपुर में इच्छुक उम्मीदवार
गुरुवार को रविभवन में मनसे पदाधिकारियों की बैठक हुई। शहर के दक्षिण-पश्चिम, पश्चिम, उत्तर, दक्षिण, मध्य व पूर्व नागपुर विधानसभा सीट के लिए इच्छुक उम्मीदवारों की तलाश की गई। बैठक में मनसे के पार्टी नेता दिलीप धोत्रे, मनसे अभियंता व कंत्राटदार संगठन के अध्यक्ष गौरव वावलकर, मनसे अभियंता कंत्राटदार संगठन के कार्याध्यक्ष अवधूत चव्हाण, प्रदेश उपाध्यक्ष किशोर सरायकर व मनसे के विविध प्रकोष्ठों के प्रमुख उपस्थित थे। निरीक्षकों ने इच्छुक उम्मीदवारों के नाम मांगे तो केवल एक इच्छुक उम्मीदवार ने खड़े होकर चुनाव लड़ने की तैयारी जतायी। उसने दक्षिण-पश्चिम नागपुर विधानसभा क्षेत्र में किए कार्यां की जानकारी दी। फिलहाल दक्षिण पश्चिम नागपुर विधानसभा क्षेत्र से उपमुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस विधानसभा में प्रतिनिधित्व कर रहे हैं। चंदू लाडे, विशाल बडगे, श्याम पुनियानी व अन्य पदाधिकारी भी चर्चा में शामिल हुए।
संगठन न जनाधार
फिलहाल नागपुर व विदर्भ में देखें तो मनसे की संगठन स्थिति ठीक नहीं है। न ही उसका कहीं जनाधार दिख रहा है। एक समय था जब राज ठाकरे ने नागपुर में भी प्रभाव बढ़ाया था। बाल ठाकरे के समय अविभाजित शिवसेना में थे तब उन्होंने नागपुर के महल क्षेत्र से सीताबर्डी तक बड़ी रैली निकाली थी। मनसे तैयार की तो कुछ शिवसेना पदाधिकारी उनके साथ आए लेकिन समयातंर में अधिकतर अन्य दलों में चले गए। मनसे ने विदर्भ में विधानसभा तो क्या मनपा व नगर परिषद का चुनाव भी नहीं जीत पाया है। हर जिले में संगठन की कार्यकारिणी बर्खास्त है। इस क्षेत्र में कुछ सीटों पर मनसे ने चुनाव लड़ा था। 2014 में प्रशांत पवार ने पश्चिम नागपुर से चुनाव लड़कर 2300 मत पाए। हालांकि उनके प्रचार के लिए राज ठाकरे की सभा हुई तो उसमें 15 हजार से अधिक लोग थे। हिंगणा क्षेत्र में किशोर सरायकर 1027 मतों पर सिमट कर रह गए। 2009 में मनपा में मनसे का एक उम्मीदवार जीता था।