मांग: रैग पिकर्स की केंद्रीय मंत्री के सामने नारेबाजी, घेराव

भांडेवाड़ी प्रकल्प में नौकरी सहित पुनर्वसन करने की मांग

Bhaskar Hindi
Update: 2023-11-28 07:08 GMT

डिजिटल डेस्क, नागपुर।  भांडेवाड़ी में एकीकृत घनकचरा व्यवस्थापन केंद्र के उद्घाटन अवसर पर डंपिंग यार्ड से कचरा बिनने वाले रैग पिकर्स ने केंद्रीय मंत्री नितीन गडकरी के सामने नारेबाजी कर घेराव किया। इस दौरान रैग पिकर्स ने सुसबीडीई कंपनी में नौकरी देकर पुनर्वसन करने की मांग की है। शिवसेना (ठाकरे) गुट के शहर प्रमुख नितीन तिवारी के नेतृत्व में बड़े पैमाने पर रैग पिकर्स कार्यक्रम में पहुंचे, किन्तु पुलिस ने उन्हें कार्यक्रम में जाने नहीं दिया। कुछ समय के लिए तनाव की भी स्थिति रही। अंतत: रैग पिकर्स के कुछ लोगों को साथ लेकर नितीन तिवारी को केंद्रीय मंत्री गडकरी से मिलने की अनुमति दी गई।

कचरे पर निर्भर 350 परिवार : गडकरी के सामने रैग पिकर्स की समस्या रखते हुए तिवारी ने बताया कि पिछले तीन दशक से भांडेवाडी डंपिंग यार्ड में काम करने वाले रैग पिकर्स कचरा बीन कर अपना जीवन निर्वाह कर रहे है। लगभग 350 रैग पिकर्स के परिवारों को जीवन कचरे पर निर्भर है। नया कचरा प्रक्रिया शुरू होने से कचरा, डंपिंग में जाते हुए सीधे प्रक्रिया केंद्र में जाएगा। इस कारण कचरे पर निर्भर लोगों का पुनर्वसन समय की जरूरत है। ऐसे सभी रैग पिकर्स को सुसबीडीई कंपनी में रोजगार देकर उनका पुनर्वसन करने की मांग शिवसेना द्वारा की गई। इस दौरान केंद्रीय मंत्री गडकरी ने मनपा की अतिरिक्त आयुक्त आंचल गोयल को तुरंत बुलाकर सभी रैग पिकर्स के रिकार्ड की जांच कर उन्हें कंपनी में रोजगार देने के निर्देश दिए। शिष्टमंडल में विभाग प्रमुख अंकुश भोवते, मुन्ना तिवारी, प्रीतम कापसे, अब्बास अली, भूपेंद्र कठाने, सतीश भुरे सहित अनेक रैग पिकर्स उपस्थित थे।

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