गोरेवाड़ा तालाब का इलाका: सुरक्षा को लेकर अब उठने लगे हैं सवाल - सीवेज लाइन से तालाब हाे रहा खराब
- अवैध गतिविधियां चरम पर सुरक्षा रक्षक तमाशबीन
- सीवेज लाइन से तालाब हाे रहा खराब
डिजिटल डेस्क, नागपुर. प्रतिबंधित गोरेवाड़ा तालाब परिसर में असामाजिक तत्वों की अवैध गतिविधियां बढ़ चुकी हैं। परिसर की सुरक्षा का जिम्मा ओसीडब्ल्यू नामक निजी कंपनी का है, लेकिन कंपनी के सुरक्षा जवान अवैध गतिविधियों को रोकने में नाकाम साबित हो रहे हैं। तालाब में दिन-रात स्विमिंग की जाती है। प्रतिबंध के बावजूद इस पर कोई रोक नहीं है। ऐसे में कोई दुर्घटना हुई, तो कोई उपाययोजना नहीं की गई है। ऐसा विदर्भ अन्याय समिति ने मनपा आयुक्त डॉ. अभिजीत चौधरी सौंपे निवेदन में बताया है।
निवेदन में पूछा गया है कि, मनपा ने तालाब परिसर को पर्यटन स्थल बनाया है क्या? यहां बड़ी संख्या में असामाजिक तत्वों का डेरा रहता है। शराब, सिगारेट, कंडोम आदि बड़ी संख्या में यहां-वहां पड़े रहते हैं। सुरक्षा रक्षक होने के बावजूद प्रेमी युगल झाड़ियां में अश्लील हरकत करते रहते हैं। निवेदन में आशंका व्यक्त की गई है कि, वनरक्षक व सुरक्षा रक्षकों द्वारा असामाजिक गतिविधियों के बदले आर्थिक लाभ साधा जाता है।
निवेदन में बताया गया कि, वहां का जलशुद्धिकरण केंद्र केवल नाम का है। यहां दाभा बस्ती की सीवेज लाइन छोड़ने की जानकारी दी गई है, इसलिए तालाब खराब हो रहा है। इस सीवेज लाइन को निकालने की मांग की गई है। रात को भी यहां असामाजिक तत्वों का डेरा लगा रहता है। पहले यहां मोर व अन्य पक्षी विचरण करते थे। अब यहां शिकार होने से पक्षियों की संख्या घट चुकी है, इसलिए यहां पुलिस चौकी होना जरूरी है।
अन्याय निवारण समिति की अध्यक्ष ज्वाला धोटे ने परिसर की समस्या को लेकर कई बार शिकायत की है, लेकिन दखल नहीं ली जा रही। हाल ही में तालाब में 15 साल का बच्चा डूबकर मर गया था। दो साल पहले यहां प्रेमी ने अपनी प्रेमिका को जलाकर मार डाला था। सुरक्षा व्यवस्था में लापरवाही के चलते कभी किसी ने तालाब में जहरीली सामग्री डाल दी, तो बड़ी घटना हाेने की आशंका निवेदन में व्यक्त की गई है।