गाज!: विधानभवन के कामों को दो माह में पूरा करने की गारंटी देने की सजा, जानिए क्या है मामला

  • अब उप अभियंता अविनाश गुल्हाने पर आला अधिकारियों का कोप
  • दो माह में डिजिटाइजेशन का आश्वासन

Bhaskar Hindi
Update: 2024-08-09 12:56 GMT

डिजिटल डेस्क, नीरज दुबे। दो माह में विधानमंडल के डिजिटाइजेशन का काम पूरा करने की गारंटी पीडब्ल्यूडी के उप अभियंता अविनाश गुल्हाने पर भारी पड़ गई। विभाग के मुख्य अभियंता दिनेश नंदनवार, अधीक्षक अभियंता जनार्दन भानुसे और कार्यकारी अभियंता अभिजीत कुचेवार के अहं को ठेस पहुंचने से अब मुश्किलें बढ़ गई। विभाग के अन्य अभियंताओं को सहयोग नहीं करने का मौखिक निर्देश दिया गया है। इसके साथ ही विधानभवन के कामों की जिम्मेदारी अविनाश गुल्हाने पर डालने का आदेश गुरूवार की देर शाम जारी कर दिया गया। आदेश में कामों की शिकायत, तारांकित प्रश्नों एवं दक्षता एवं गुणनियंत्रण मंडल समेत आला अधिकारियों की पूछताछ को लेकर भी पूरी जवाबदेही अविनाश गुल्हाने को देने का उल्लेख किया गया है। विधानमंडल के दोनों सभागृह को डिजिटाइजेशन करने को लेकर विधानसभा अध्यक्ष को गारंटी देने के चलते आला अधिकारियों समेत विभाग के काेपभाजन का शिकार अविनाश गुल्हाने को बनाया जा रहा है।

विधानसभा चुनावों की आचार संहिता लगने की संभावना को देखते हुए विधानमंडल के दोनों सभागृहों में डिजिटाइजेशन की प्रक्रिया को पूरा करने में पीडब्ल्यूडी के आला अधिकारियों ने असमर्थता जताई है। शीतकालीन अधिवेशन के बाद लोकनिर्माण विभाग के मुख्य अभियंता दिनेश नंदनवार, अधीक्षक अभियंता जनार्दन भानुसे और कार्यकारी अभियंता अभिजीत कुचेवार ने कामों को पूरा करने का फैसला किया था, लेकिन उप अभियंता अविनाश गुल्हाने की ओर से अपने आला अधिकारियों की अनदेखी कर सीधा तौर पर विधानसभा अध्यक्ष से संपर्क किया गया। गुल्हाने ने दो माह के भीतर कामों को पूरा करने का आश्वासन दिया है। इस बात को लेकर आला अधिकारी अब अविनाश गुल्हाने के दुश्मन बन गए है।

दो माह में डिजिटाइजेशन का आश्वासन

तीन दिनों पहले अधिवेशन की पूर्व तैयारियों को लेकर विधानसभा अध्यक्ष मिलिंद नार्वेकर ने मुंबई में बैठक बुलाई थी। बैठक में मुख्य अभियंता दिनेश नंदनवार, अधीक्षक अभियंता जनार्दन भानुसे और कार्यकारी अभियंता अभिजीत कुचेवार शामिल हुए। दोनों सभागृह में हाइब्रिड मल्टीमीडिया कॉन्फ्रेंस व्यवस्था लगाने के लिए अधिवेशन के बाद काम आरंभ करने की जानकारी दी, लेकिन इसके बाद उपअभियंता अविनाश गुल्हाने ने अधिवेशन से पहले दो माह के भीतर काम को पूरा करने की गारंटी विधानसभा अध्यक्ष को दी। ऐसे में तीनों अधिकारियों को जमकर फटकार लगाई गई है, अब तीनों अधिकारियों की ओर से उप अभियंता अविनाश गुल्हाने पर गुस्सा निकाला जा रहा है।

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