विरोध...: सरकार फ्रैंकिंग मशीन लाने की तैयारी में , वेंडरों ने नहीं बेचे स्टॉम्प
100 और 500 के स्टॉम्प की छपाई बंद,
डिजिटल डेस्क, नागपुर । स्टॉम्प के लिए फ्रैंकिंग मशीन लाने की तैयारी चल रही है। शुरुआती तैयारी के तौर पर 100 और 500 के स्टॉम्प की छपाई बंद कर दी गई है। सरकार के इस फैसले का स्टॉम्प वेंडरों ने विरोध शुरू कर दिया है। उन्होंने स्टॉम्प बेचना बंद कर दिया। एक दिन में करीब 15 लाख का लेन-देन प्रभावित होने की खबर है।
बिक्री बंद, रखी मांग : विदर्भ स्टॉम्प वेंडर एसोसिएशन के अध्यक्ष सतीश पाटील ने 100 आैर 500 के स्टॉम्प की छपाई फिर से शुरू करने, कमिशन 3 फीसदी से बढ़ाकर 10 फीसदी करने या 10 रुपए सेवा शुल्क लेने की अनुमति देने की मांग की। एसोसिएशन के अध्यक्ष सतीश पाटील के नेतृत्व में वेंडरों ने संविधान चौक और कलेक्टर कार्यालय परिसर में विरोध करते हुए स्टॉम्प की बिक्री नहीं की। जिलाधीश (स्टॉम्प) तानाजी गंगवानी को मांगों का निवेदन दिया गया। स्टॉम्प बिक्री में कोई बदलाव करना हो तो वह फ्रैंकिंग मशीन स्टांप वेंडर के माध्यम से ही करने की मांग की गई।
वेडरों ने कहा-नुकसान होगा : शहर में 55 आधिकारिक स्टॉम्प वेंडर हैं। इनमें से 25 विक्रेता कलेक्टर ऑफिस व शेष 30 विक्रेता तहसील कार्यालय, कुछ उप पंजीयक कार्यालय में बैठते हैं। शहर में जमीन की खरीद-बिक्री, बैंक लोन, बैंक लॉकर, एग्रीमेंट, पार्टनरशिप डील समेत कई कामों के लिए स्टॉम्प जरूरी है। फ्रैंकिंग से स्टॉम्प वेंडरों का नुकसान होगा। विरोध प्रदर्शन में सुनील निरंजने, प्रभु नारद, विजय क्षीरसागर, पुरूषोत्तम ठाकरे, गणेश भोयर, एकनाथ दारोडे, विश्वास पाटिल, अशोक बोकाडे, ताराचंद शेलके, रत्नमाला कावले, संजीवनी देउलकर सहित संगठन के पदाधिकारी शामिल थे
।नागपुर में स्टॉम्प की भारी मांग है : नागपुर में हर दिन लाखों-करोड़ों के व्यवहार होते हैं आैर अधिकांश व्यवहारों में स्टॉम्प की जरूरत पड़ती है। कई बार तो ये भी शिकायत मिलती है कि स्टॉम्प की कालाबाजारी हो रही है। 100 का स्टॉम्प 150 व 500 का स्टॉम्प 700 रुपए तक में बेचा जाता है। कमिशन भले ही 3 फीसदी हो, लेकिन 10 फीसदी से ज्यादा ही राशि स्टॉम्प पर वसूलना सामान्य बात हो गई है। कालाबाजारी की शिकायतें मिलने के कारण भी सरकार फ्रैंकिंग पर जोर दे रही है। फिलहाल ट्रेजरी ऑफिस से सप्ताह में केवल दो दिन मंगलवार और शुक्रवार को ही स्टॉम्प मिलते हैं। इसकी भी सीमा एक समय में एक लाख है। स्टॉम्प की किल्लत का फायदा उठाकर कुछ वेंडर ज्यादा मूल्य लेते हैं।